Gold Price : सोने के बाजार में एक बार फिर हलचल देखने को मिली है और इस बार इसकी वजह है पिछले एक हफ्ते में आई बड़ी गिरावट। जो सोना कुछ दिन पहले तक आसमान छू रहा था, वो अब थोड़ा नीचे आ गया है। निवेशकों से लेकर आम खरीदार तक इस बदलाव से हैरान भी हैं और खुश भी।
खासकर वे लोग जो शादी-ब्याह के सीजन में सोना खरीदने की सोच रहे थे, उनके लिए यह अच्छा मौका हो सकता है। बीते सात दिनों में सोने की कीमत में करीब ₹1200 से ₹1500 प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है, जो इस साल की अब तक की सबसे बड़ी वीकली गिरावट मानी जा रही है। इस गिरावट के पीछे कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारण हैं, जो बाजार में सोने की मांग और सप्लाई को प्रभावित कर रहे हैं।
घरेलू बाजार में अब क्या चल रहा है सोने का रेट
इस समय देश के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, जयपुर और हैदराबाद में 24 कैरेट सोने का भाव ₹72,800 से ₹73,200 प्रति 10 ग्राम के बीच चल रहा है, जबकि एक हफ्ते पहले यही रेट ₹74,300 तक पहुंच गया था। 22 कैरेट सोना अब ₹66,800 से ₹67,200 के आसपास बिक रहा है। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब बाजार में त्योहार और शादी-ब्याह का माहौल बना हुआ है, जिससे आम तौर पर डिमांड बढ़ती है। लेकिन इस बार स्थिति थोड़ी अलग है। निवेशक भी अब रुककर सोच रहे हैं कि क्या रेट और गिर सकते हैं, या अभी का समय खरीदारी के लिए सही रहेगा। वहीं, ज्वेलर्स को उम्मीद है कि रेट स्थिर हो जाएंगे और ग्राहकों की वापसी होगी।
सोने की कीमत में गिरावट के पीछे की वजहें
इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण है अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में ठंडक। अमेरिका में ब्याज दरों को लेकर जो रुख अपनाया गया है, उसने डॉलर को मजबूत किया है और सोने की मांग पर असर डाला है। जब डॉलर मजबूत होता है तो सोना आमतौर पर सस्ता हो जाता है क्योंकि निवेशक सोने से पैसा निकालकर डॉलर या बॉन्ड में लगाना शुरू कर देते हैं। इसके अलावा चीन और यूरोप की कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण भी ग्लोबल मार्केट में सोने की ट्रेडिंग में मंदी आई है।
भारत में बात करें तो रुपये की स्थिति भी थोड़ी संभली है, जिससे आयातित सोना कुछ सस्ता पड़ा है। साथ ही सरकार की तरफ से फिलहाल सोने पर टैक्स में किसी तरह की नई घोषणा न होने से बाजार में थोड़ी स्थिरता बनी हुई है। इन तमाम कारणों का असर मिलकर सोने की कीमत को नीचे खींच रहे हैं, जो कि खरीदारों के लिए राहत की बात है।
निवेशकों और खरीदारों के लिए क्या है यह मौका
जो लोग सोने को निवेश के रूप में देखते हैं, उनके लिए यह गिरावट एक अच्छा मौका हो सकता है। अक्सर जब भी सोने में गिरावट आती है, लॉन्ग टर्म निवेशक इसे मौका मानते हैं और खरीदारी करते हैं। बाजार के जानकारों का मानना है कि यह गिरावट थोड़े समय की है और जैसे ही वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता या भू-राजनीतिक तनाव बढ़ेगा, सोना दोबारा चढ़ने लगेगा। ऐसे में अगर आप शादी या किसी विशेष मौके के लिए सोना खरीदने का मन बना रहे हैं तो यह समय सही हो सकता है।
वहीं अगर आप सोना सिर्फ निवेश के नजरिए से देख रहे हैं तो SIP के रूप में या डिजिटल गोल्ड के जरिए खरीदारी करने का विकल्प चुन सकते हैं, जिससे आप अपने बजट के अनुसार धीरे-धीरे सोना इकट्ठा कर सकते हैं। इससे जोखिम भी कम होगा और भविष्य में फायदा भी बेहतर मिल सकता है।
आगे क्या रहेगा सोने का रुख
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि फिलहाल सोने में और बड़ी गिरावट की संभावना कम है, लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करेगा कि अमेरिका में ब्याज दरें कब तक स्थिर रहती हैं और डॉलर का रुख कैसा रहता है। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक हालात और भारत में मानसून और फेस्टिव सीजन की मांग भी इसकी कीमत तय करेंगे।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, आने वाले दो से तीन महीनों में सोने का रेट फिर से ₹75,000 प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है, अगर वैश्विक अस्थिरता बढ़ी तो। लेकिन अभी जो भाव चल रहा है, वह एक संतुलित स्तर पर माना जा रहा है। इसलिए ग्राहक और निवेशक दोनों को सलाह दी जा रही है कि जल्दबाजी में फैसला न लें, बाजार की चाल समझकर ही कोई कदम उठाएं।