RBI Loan Rules Update

RBI ने बदले लोन के नियम: कम स्कोर और बिना इनकम वालों को नहीं मिलेगा कर्ज़ : RBI Loan Rules Update

RBI Loan Rules Update : अगर आप आने वाले दिनों में बैंक से लोन लेने का सोच रहे हैं तो जरा ठहर जाइए, क्योंकि रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लोन से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव कर दिया है। अब हर किसी को आसानी से लोन नहीं मिलेगा। RBI ने यह फैसला हाल ही में बढ़ते डिफॉल्ट मामलों और गलत तरीके से बांटे जा रहे कर्ज़ को रोकने के लिए लिया है।

यह नया नियम सीधे तौर पर उन लोगों को प्रभावित करेगा जो कमज़ोर क्रेडिट स्कोर, बिना आय प्रमाण या गलत दस्तावेज़ के सहारे लोन लेने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा कुछ विशेष कैटेगरी के व्यक्तियों और कंपनियों को भी अब बैंकों से लोन मिलने में मुश्किलें आ सकती हैं।

कम क्रेडिट स्कोर वालों की मुश्किल बढ़ी

 

RBI ने साफ किया है कि अब क्रेडिट स्कोर 650 से कम होने पर बैंकों और NBFCs को सतर्क हो जाना चाहिए। यानी अब सिर्फ नाम भर से लोन नहीं मिलेगा, बल्कि बैंक यह जांच करेंगे कि पिछले लोन कितनी बार चुकाए गए, किस समय पर ईएमआई दी गई और कोई चूक तो नहीं हुई।

जिन लोगों ने पहले से ही किसी लोन में डिफॉल्ट किया है या जिनकी लोन रिपेमेंट हिस्ट्री खराब है, उन्हें अब नया लोन लेना बेहद मुश्किल हो जाएगा। खासकर पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड आधारित लोन के लिए नियम बेहद सख्त किए गए हैं।

बिना इनकम प्रूफ वालों को नहीं मिलेगा लोन

RBI की नई गाइडलाइन के अनुसार अब बिना पुख्ता इनकम प्रूफ के किसी भी व्यक्ति को लोन देना जोखिम भरा माना जाएगा। पहले कुछ बैंकों और फिनटेक कंपनियों द्वारा केवल आधार कार्ड और मोबाइल नंबर पर लोन दिए जा रहे थे, लेकिन अब ऐसा करना मना होगा।

 

इसका मतलब यह हुआ कि जो लोग नौकरी में नहीं हैं, या जिनकी आमदनी अनियमित है, उन्हें लोन मिलना लगभग नामुमकिन हो जाएगा। यहां तक कि छोटे कारोबारियों को भी अब बैंक को GST रिटर्न, बैंक स्टेटमेंट और ITR जैसे दस्तावेज़ देने होंगे।

चिटफंड और संदिग्ध संस्थाओं को भी लोन नहीं

RBI ने यह भी साफ किया है कि ऐसे बिज़नेस या संस्थाएं जो रेगुलेटेड नहीं हैं या जिनका रिकॉर्ड पारदर्शी नहीं है, उन्हें भी लोन देने से बैंकों को बचना चाहिए।

पिछले कुछ समय में देखा गया कि कई चिटफंड कंपनियां या शेल कंपनियां बैंकों से लोन लेकर भाग गईं या डिफॉल्ट कर गईं। अब ऐसी संस्थाओं की पहचान के लिए KYC नियमों को और कड़ा किया गया है। बैंकों को आदेश है कि किसी भी संदिग्ध संस्था को लोन देने से पहले उसकी पूरी बैकग्राउंड चेक करें।

बैंक और NBFC पर भी रखी जाएगी नजर

इस बार RBI ने सिर्फ कर्ज़दारों पर ही नहीं, बल्कि लोन देने वाली संस्थाओं पर भी निगरानी बढ़ा दी है। बैंकों, NBFC और फिनटेक कंपनियों को कहा गया है कि वे कर्ज़ देने से पहले हर पहलू की गंभीर जांच करें और “रेड फ्लैग” वाले प्रोफाइल्स को फौरन रिजेक्ट करें।

अगर कोई संस्था लापरवाही से लोन देती है और बाद में वह NPA (Non Performing Asset) बनता है, तो उस बैंक की जवाबदेही तय की जाएगी। इससे बैंकों पर भी अब जिम्मेदारी ज्यादा हो गई है।

 

आम लोगों को क्या सावधानी रखनी चाहिए

इस नए नियम से आम आदमी को सावधानी बरतनी होगी। अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले अपना क्रेडिट स्कोर चेक करें, EMI समय पर भरें और कोई भी लोन लेने से पहले सभी दस्तावेज़ सही रखें।

बिना आय प्रमाण या गलत जानकारी देकर लोन लेने की कोशिश अब भारी पड़ सकती है। इसके अलावा यह भी समझें कि बार-बार लोन के लिए अप्लाई करना भी क्रेडिट स्कोर को नीचे गिरा सकता है।

👉 यह जानकारी अपने जानने वालों से जरूर शेयर करें, ताकि वे लोन से जुड़ी नई सच्चाई को समय रहते समझ सकें।

Scroll to Top