Dino Morea House Raid: बॉलीवुड अभिनेता डिनो मोरिया एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह कोई नई फिल्म या वेब सीरीज नहीं, बल्कि एक गंभीर आर्थिक घोटाला है। मुंबई की बहुचर्चित मीठी नदी घोटाले की जांच में अब डिनो मोरिया का नाम सामने आया है। पहले यह मामला आर्थिक अपराध शाखा (EOW) देख रही थी, लेकिन अब यह मामला प्रवर्तन निदेशालय (ED) के हाथ में पहुंच चुका है।
ईडी ने हाल ही में डिनो मोरिया के मुंबई स्थित आवास पर छापेमारी की है। इस खबर ने बॉलीवुड इंडस्ट्री और मीडिया में खलबली मचा दी है, क्योंकि डिनो मोरिया को अब तक एक शांत और विवादों से दूर रहने वाले अभिनेता के रूप में देखा जाता था।
क्या है मीठी नदी घोटाले का मामला?
मीठी नदी मुंबई की एक प्रमुख नदी है, जो शहर के बाढ़ नियंत्रण और जल निकासी तंत्र के लिए बेहद अहम मानी जाती है। 2005 में आई भीषण बाढ़ के बाद इस नदी की सफाई और पुनरुद्धार के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये का बजट मंजूर किया था। इस प्रोजेक्ट के तहत कई ठेकेदारों और प्राइवेट कंपनियों को काम सौंपा गया।
हालांकि, जांच में यह सामने आया कि इन कंपनियों और ठेकेदारों ने फर्जी बिल, अधूरे कार्य और गलत दस्तावेजों के ज़रिए करोड़ों रुपये का गबन किया। अब तक की जांच के मुताबिक, यह घोटाला 300 करोड़ रुपये से भी अधिक का हो चुका है। मामले में कई इंजीनियर, ठेकेदार और यहां तक कि सामाजिक संस्थाओं के भी नाम सामने आ चुके हैं।
डिनो मोरिया का नाम कैसे जुड़ा?
सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसियों को कुछ ऐसे बैंकिंग लेन-देन के सबूत मिले हैं, जिनमें डिनो मोरिया या उनसे जुड़े किसी ट्रस्ट के खाते में बड़ी रकम ट्रांसफर की गई थी। यह रकम मीठी नदी प्रोजेक्ट के नाम पर जारी की गई थी, लेकिन उसका उपयोग कहां और कैसे हुआ – इसका कोई स्पष्ट रिकॉर्ड नहीं मिला।
बताया जा रहा है कि डिनो मोरिया एक NGO से जुड़े थे, जिसे मीठी नदी प्रोजेक्ट में “सेवा कार्य” के नाम पर फंड मिला था। जब ईडी ने जांच की तो उस NGO के फाइनेंशियल रिकॉर्ड्स और खर्च की रिपोर्ट में गंभीर गड़बड़ियां पाई गईं। यही वजह है कि ED ने डिनो मोरिया के आवास पर छापेमारी की और महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए।
ईडी की कार्रवाई और अगली कड़ी
ईडी की टीम ने डिनो मोरिया के मुंबई के पॉश इलाके में स्थित घर पर छापा मारा। साथ ही, उस NGO और उससे जुड़े ऑफिसों पर भी एक साथ छापेमारी की गई। इस दौरान एजेंसी ने डिजिटल डिवाइसेस, बैंक स्टेटमेंट्स, लैपटॉप और कई गोपनीय दस्तावेज कब्जे में लिए हैं।
फिलहाल डिनो मोरिया को पूछताछ के लिए समन नहीं भेजा गया है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, आने वाले दिनों में उनसे ईडी द्वारा सवाल-जवाब किए जा सकते हैं। ईडी यह भी जांच कर रही है कि क्या इस फंड का इस्तेमाल किसी निजी बिजनेस या प्रॉपर्टी डील में किया गया।
बॉलीवुड में प्रतिक्रिया
बॉलीवुड में डिनो मोरिया को हमेशा एक लो-प्रोफाइल और सौम्य व्यक्तित्व के रूप में जाना गया है। उन्होंने अधिकतर रोमांटिक और सपोर्टिंग रोल्स में अपनी पहचान बनाई है और किसी विवाद या स्कैंडल से अब तक उनका नाम नहीं जुड़ा था।
इस मामले में उनका नाम सामने आते ही इंडस्ट्री में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक किसी को दोषी ठहराना उचित नहीं होगा। वहीं, कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने पहले ही उन्हें घोटाले में शामिल मान लिया है और आलोचना करना शुरू कर दिया है।
आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार
डिनो मोरिया की तरफ से अभी तक इस पूरे मामले में कोई आधिकारिक बयान या प्रतिक्रिया नहीं आई है। उनके वकील या प्रवक्ता की ओर से भी कोई सफाई नहीं दी गई है। ऐसे में अटकलें और अफवाहें लगातार बढ़ रही हैं।
ईडी की कार्रवाई के बाद अब सबकी नजर आने वाले हफ्तों पर टिकी है। क्या डिनो मोरिया से पूछताछ होगी? क्या उन्हें क्लीन चिट मिलेगी या जांच और गहराई तक जाएगी? इन सभी सवालों के जवाब आने वाला वक्त ही देगा।
मीठी नदी घोटाला मुंबई के सबसे बड़े घोटालों में से एक बनता जा रहा है। और अब जब इसमें बॉलीवुड का नाम जुड़ गया है, तो मामला और भी संवेदनशील हो गया है। यह एक बार फिर यह दर्शाता है कि सामाजिक सेवा के नाम पर मिलने वाला फंड अगर पारदर्शिता से खर्च न किया जाए, तो उसका अंजाम कितना गंभीर हो सकता है।अब देखना यह है कि जांच एजेंसियां क्या सबूत पेश करती हैं और डिनो मोरिया इस पूरे मामले से खुद को कैसे अलग कर पाते हैं। फिलहाल सभी की नजरें इस केस की अगली कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।