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CIBIL स्कोर 300 से 700 तक करना है? जानिए कितना लगेगा समय और क्या है सही तरीका: Cibil Score

Cibil Score: आजकल लोन लेना हो या क्रेडिट कार्ड बनवाना, हर जगह सबसे पहले पूछा जाता है – आपका सिबिल स्कोर क्या है? ये नंबर जितना बड़ा होता है, बैंक और फाइनेंशियल कंपनियां आपको उतना ज्यादा भरोसेमंद समझती हैं। लेकिन अगर आपका स्कोर कहीं 300 या 400 के आस-पास है, तो घबराने की जरूरत नहीं है।

हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया है कि जिन लोगों ने अपने सिबिल स्कोर को 300 से बढ़ाकर 700 तक पहुंचाया, उन्हें इसमें कम से कम 12 से 18 महीने का समय लगा। यानी यह एक दिन या एक हफ्ते का काम नहीं है, लेकिन अगर सही तरीके अपनाए जाएं तो यह बिल्कुल मुमकिन है। चलिए जानते हैं कि इस स्कोर को सुधारने के लिए किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।

समय पर क्रेडिट रीपेमेंट सबसे जरूरी है

 

आपका सिबिल स्कोर 70% तक इस बात पर निर्भर करता है कि आपने अपने पुराने लोन या क्रेडिट कार्ड की किश्तें कितनी नियमितता से चुकाई हैं। अगर आपने कोई ईएमआई लेट की है या फिर डिफॉल्ट किया है, तो उसका सीधा असर आपके स्कोर पर पड़ता है।

इसलिए सबसे पहला कदम यही है कि आप अपने सभी पुराने बकाया क्लियर करें और समय पर आगे की पेमेंट करें। अगर आपने एक बार अपनी पेमेंट हैबिट सुधार ली तो तीन से चार महीने में स्कोर में बदलाव दिखने लगेगा।

क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल बनाए स्कोर

कई बार लोग सोचते हैं कि क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल नहीं करेंगे तो स्कोर अच्छा रहेगा। लेकिन सच्चाई ये है कि क्रेडिट लिमिट का संतुलित और समय पर इस्तेमाल करना ही स्कोर सुधारने का तरीका है।

 

आपको कोशिश करनी चाहिए कि लिमिट का सिर्फ 30-40% हिस्सा ही उपयोग करें और हर महीने पूरा बिल समय पर चुका दें। ऐसा करते रहने से बैंक को यह भरोसा होता है कि आप क्रेडिट लेने और चुकाने के बीच संतुलन बनाए रखते हैं, जिससे स्कोर बढ़ता है।

पुराने खातों को बंद न करें तो बेहतर होगा

कई लोग पुराने लोन या क्रेडिट कार्ड बंद करवा देते हैं ये सोचकर कि इससे स्कोर सुधरेगा। जबकि सच्चाई इसके उलट है। पुराने खातों का एक लंबा क्रेडिट हिस्ट्री बनता है, जो आपके स्कोर को मजबूती देता है। अगर आपने किसी पुराने क्रेडिट कार्ड का अच्छे से इस्तेमाल किया है और उसमें कोई बकाया नहीं है, तो उसे खुला रहने दें। इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री लंबी बनी रहेगी और स्कोर को मजबूत बनाएगी।

बार-बार लोन के लिए आवेदन करने से बचें

हर बार जब आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, बैंक आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करता है। इसे “हार्ड इन्क्वायरी” कहा जाता है और ज्यादा बार इन्क्वायरी होने से स्कोर पर बुरा असर पड़ता है।

 

अगर आपका स्कोर पहले से ही कमजोर है और आप बार-बार अप्लाई करते रहेंगे, तो बैंक को आप पर शक हो सकता है कि आप पैसे की बहुत जरूरत में हैं और जोखिम वाले ग्राहक हैं। इसलिए सोच-समझकर और वक्त देकर ही आवेदन करें।

मिक्स क्रेडिट रखने से भी मदद मिलती है

अगर आपके पास सिर्फ क्रेडिट कार्ड है और आपने कभी पर्सनल लोन या होम लोन नहीं लिया, तो आपकी क्रेडिट प्रोफाइल अधूरी मानी जाती है। एक अच्छा सिबिल स्कोर तब बनता है जब आपके पास क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन और लंबी अवधि वाले लोन का अच्छा बैलेंस हो।अगर मुमकिन हो तो कोई छोटा कंज्यूमर लोन लेकर समय पर चुकाएं। इससे आपके क्रेडिट पोर्टफोलियो में विविधता आएगी और स्कोर में सुधार तेजी से होगा।

स्कोर सुधरेगा लेकिन वक्त लगेगा

अगर आप सोच रहे हैं कि एक महीने में सिबिल स्कोर 300 से 700 हो जाएगा तो यह संभव नहीं है। स्कोर सुधरता जरूर है, लेकिन समय लगता है और लगातार सही आदतें अपनानी पड़ती हैं।

कम से कम 12 से 18 महीने की समयावधि लगती है, वो भी तब जब आप सभी जरूरी कदम सही समय पर उठाएं। इसलिए धैर्य रखें, डिसिप्लिन से चलें और अगर जरूरत हो तो किसी फाइनेंशियल एडवाइजर की मदद भी लें। एक बार जब आपका स्कोर सुधर जाता है, तो न सिर्फ लोन लेने में आसानी होती है बल्कि कम ब्याज दरों पर ज्यादा फाइनेंशियल फायदे भी मिलते हैं।

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