Mukhyamantri Alpsankhyak Vidyarthi Protsahan Yojana

Mukhyamantri Alpsankhyak Vidyarthi Protsahan Yojana: 12वीं पास छात्राओं को मिलेगा 15000 रूपये का स्कॉलरशिप

Mukhyamantri Alpsankhyak Vidyarthi Protsahan Yojana : आज के दौर में शिक्षा को लेकर हर परिवार जागरूक हो रहा है, लेकिन आर्थिक तंगी कई होनहार छात्राओं की राह रोक देती है। खासकर अल्पसंख्यक वर्ग की बेटियों के लिए स्कूल के बाद कॉलेज तक की पढ़ाई आसान नहीं होती। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने एक बड़ी पहल की है। सरकार ने “मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना” की शुरुआत की है, जिसके तहत 12वीं पास अल्पसंख्यक छात्राओं को ₹15,000 की स्कॉलरशिप दी जाएगी।

इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह मदद सीधे छात्रा के बैंक खाते में भेजी जाएगी, जिससे उन्हें आगे की पढ़ाई में कोई रुकावट न आए। योजना को लेकर शिक्षा विभाग ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं और आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।

 

योजना का उद्देश्य और महत्त्व

सरकार का मानना है कि समाज के हर वर्ग की बेटियों को शिक्षा के बराबर अवसर मिलने चाहिए। अल्पसंख्यक समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों में अक्सर 12वीं के बाद बेटियों की पढ़ाई रुक जाती है। कोई फीस भरने की ताकत नहीं रखता तो कोई कॉलेज भेजने का खर्च नहीं उठा सकता।

मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य यही है कि 12वीं कक्षा में अच्छे अंक लाने वाली छात्राओं को आगे की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाए, जिससे वे कॉलेज या प्रोफेशनल कोर्स में एडमिशन लेकर अपने करियर को आगे बढ़ा सकें। यह राशि छात्रा की मेहनत का सम्मान और उसके सपनों को उड़ान देने का एक साधन है।

कौन ले सकता है इस योजना का लाभ

इस योजना का लाभ मध्यप्रदेश के ऐसे अल्पसंख्यक वर्ग की छात्राएं ले सकती हैं जिन्होंने 12वीं कक्षा कम से कम 60% अंकों के साथ पास की हो। साथ ही छात्रा को किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज, यूनिवर्सिटी या संस्थान में एडमिशन लेना अनिवार्य है।

 

इसके अलावा छात्रा की पारिवारिक आय सालाना ₹2 लाख से कम होनी चाहिए और वह मध्यप्रदेश की स्थायी निवासी होनी चाहिए। योजना में मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, पारसी और बौद्ध समुदाय की छात्राओं को पात्र माना गया है। अगर छात्रा किसी अन्य छात्रवृत्ति का लाभ नहीं ले रही है तो वह इस योजना के लिए उपयुक्त मानी जाएगी।

आवेदन प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज़

योजना के तहत आवेदन ऑनलाइन मोड से किए जा रहे हैं। छात्रा को मध्यप्रदेश सरकार की scholarshipportal.mp.nic.in वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। वहां छात्रा को आधार नंबर, बैंक खाता, 12वीं की मार्कशीट, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और कॉलेज एडमिशन का दस्तावेज अपलोड करना होगा।

आवेदन करते समय यह ध्यान रखना जरूरी है कि सभी दस्तावेज स्पष्ट और वैध हों, ताकि प्रक्रिया में कोई अड़चन न आए। एक बार आवेदन पूरा होने के बाद संबंधित विभाग द्वारा दस्तावेजों की जांच की जाएगी और पात्रता के अनुसार ₹15,000 की राशि सीधे छात्रा के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

 

छात्राओं के लिए यह योजना कितनी फायदेमंद है

इस योजना से हजारों छात्राओं को फायदा मिलेगा। ₹15,000 की राशि सीधे उनके बैंक खाते में आएगी, जिससे वे अपनी कॉलेज फीस, किताबें, यूनिफॉर्म और अन्य शैक्षणिक खर्च पूरे कर सकती हैं।

कई बार बेटियां महज पैसे के अभाव में अपनी पढ़ाई छोड़ देती हैं, लेकिन इस योजना ने ऐसे घरों को उम्मीद दी है। कुछ छात्राओं ने तो इस स्कॉलरशिप की मदद से नर्सिंग, बीएड, बीकॉम और टेक्निकल कोर्स में एडमिशन लिया है। सरकार का इरादा है कि आने वाले समय में इस योजना का दायरा और भी बढ़ाया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा बेटियां इसका लाभ ले सकें।

आगे क्या है योजना की दिशा

मध्यप्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि राज्य की कोई भी छात्रा सिर्फ पैसे के कारण अपनी पढ़ाई न छोड़े। इसलिए आने वाले समय में इस योजना के तहत लड़कों को भी शामिल किया जा सकता है और स्कॉलरशिप की राशि भी बढ़ाई जा सकती है।

 

इसके अलावा सरकार की योजना है कि इस स्कॉलरशिप को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़कर और आसान बनाया जाए, जिससे गांव की बेटियां भी आवेदन कर सकें। शिक्षा विभाग की टीम स्कूल और कॉलेज स्तर पर जाकर जागरूकता अभियान भी चला रही है ताकि योजना की जानकारी हर छात्रा तक पहुंच सके।

डिस्क्लेमर : यह लेख सरकारी वेबसाइटों और खबरों पर आधारित है। योजना की पात्रता और नियम समय-समय पर बदल सकते हैं। कृपया आधिकारिक पोर्टल पर जाकर पक्की जानकारी लें।

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