Delhi-NCR Property Rates: दिल्ली-एनसीआर की रियल एस्टेट मार्केट इन दिनों फिर सुर्खियों में है, और इस बार वजह है प्रॉपर्टी रेट्स में जबरदस्त उछाल। ऐसा पहली बार हो रहा है जब गुरुग्राम जैसे हाई-प्रोफाइल शहर को पीछे छोड़ते हुए नोएडा और खासकर नोएडा एक्सटेंशन ने प्रॉपर्टी रेट्स के मामले में बाज़ी मार ली है।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट (नोएडा एक्सटेंशन) की रियल एस्टेट मार्केट तेजी से विकास कर रही है और यही कारण है कि यहां के रेट्स सातवें आसमान को छू रहे हैं। लोग यहां निवेश को लेकर खासे उत्साहित हैं और बिल्डरों की तरफ से भी प्रोजेक्ट्स की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। इस पूरे परिदृश्य ने दिल्ली-एनसीआर की रियल एस्टेट इंडस्ट्री को नई दिशा दे दी है।
नोएडा बना नया हॉटस्पॉट
नोएडा में पिछले एक साल के अंदर प्रॉपर्टी के दामों में करीब 20% तक की बढ़ोतरी देखी गई है। सेक्टर 150, 137, 76 और नोएडा एक्सटेंशन जैसे इलाकों में रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों ही सेगमेंट में जबरदस्त डिमांड देखने को मिल रही है। यहां का इन्फ्रास्ट्रक्चर दिन-ब-दिन बेहतर हो रहा है, मेट्रो कनेक्टिविटी से लेकर एक्सप्रेसवे तक, हर चीज़ इस शहर को एक प्रीमियम लोकेशन का दर्जा दे रही है। IT कंपनियों, स्टार्टअप्स और को-वर्किंग स्पेस की बूम ने नोएडा को एक नया आइडेंटिटी दे दी है, जिसे पहले केवल गुरुग्राम के साथ जोड़ा जाता था।
गुरुग्राम को टक्कर देने की वजहें
गुरुग्राम भले ही वर्षों से प्रीमियम रियल एस्टेट हब रहा है, लेकिन यहां की महंगाई, ट्रैफिक की समस्या और बुनियादी सुविधाओं की कमी अब निवेशकों को परेशान कर रही है। इसके विपरीत नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लोगों को बेहतर रोड नेटवर्क, साफ-सुथरा वातावरण और व्यवस्थित शहर नियोजन मिल रहा है। यही कारण है कि बड़ी IT कंपनियां और रियल एस्टेट डेवलपर्स अब तेजी से नोएडा की ओर रुख कर रहे हैं। इसके अलावा यमुना एक्सप्रेसवे और जेवर एयरपोर्ट का विकास नोएडा की कीमतों में उछाल लाने का बड़ा कारण बन रहा है।
रियल एस्टेट निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी
नोएडा और नोएडा एक्सटेंशन में निवेशकों की दिलचस्पी पिछले कुछ महीनों में तेजी से बढ़ी है। फ्लैट, प्लॉट्स और कमर्शियल प्रॉपर्टी में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई प्रमुख रियल एस्टेट कंपनियों ने यहां अपने प्रोजेक्ट लॉन्च किए हैं, जिनकी कीमतें लॉन्च के कुछ ही महीनों में 10-15% तक बढ़ चुकी हैं। किराया बाजार की बात करें तो यहां भी अच्छी ग्रोथ देखने को मिल रही है, जिससे निवेशकों को रिटर्न मिलने की संभावना भी मजबूत हो जाती है। नोएडा अब सिर्फ एक रहने की जगह नहीं रह गया, बल्कि निवेश के लिए एक सुनहरा विकल्प बन गया है।
आम लोगों के लिए क्या मायने रखता है यह बदलाव
प्रॉपर्टी रेट्स में इस तेज़ उछाल का असर सीधे तौर पर आम लोगों पर भी पड़ रहा है। जो लोग अपने घर का सपना देख रहे थे, उनके लिए नोएडा की कीमतें अब तेजी से पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। हालांकि अभी भी ग्रेटर नोएडा वेस्ट जैसे क्षेत्रों में कुछ अफोर्डेबल विकल्प मौजूद हैं, लेकिन वो भी तेजी से महंगे हो रहे हैं। सरकार की तरफ से अफोर्डेबल हाउसिंग और PMAY जैसी योजनाएं अभी तक राहत का काम कर रही हैं, लेकिन अगर यही रफ्तार बनी रही तो भविष्य में मिडिल क्लास के लिए घर खरीदना और भी कठिन हो जाएगा।
निवेश के लिहाज़ से सही समय या नहीं?
फिलहाल की परिस्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि नोएडा में निवेश का यह सबसे अच्छा समय है। प्रॉपर्टी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं और इन्फ्रास्ट्रक्चर में हो रहा सुधार इस ग्रोथ को और मजबूती देता है। जो लोग लॉन्ग टर्म निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए नोएडा और नोएडा एक्सटेंशन एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरा है। आने वाले वर्षों में जब जेवर एयरपोर्ट और यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास के इलाकों में और भी विकास होगा, तब यहां की कीमतें और तेज़ी से बढ़ेंगी।
दिल्ली-एनसीआर की प्रॉपर्टी मार्केट एक नई दिशा में बढ़ रही है और इस बार गुरुग्राम की जगह नोएडा बाज़ी मारता दिखाई दे रहा है। बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, निवेश की संभावनाएं और सुविधाजनक जीवनशैली ने नोएडा को रियल एस्टेट के नक्शे पर नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। यह बदलाव ना सिर्फ शहर की पहचान बदल रहा है, बल्कि निवेशकों और आम नागरिकों के लिए नए अवसर भी खोल रहा है। हालांकि, कीमतों में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए अगर आप घर खरीदने या निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो देर ना करें।
Disclaimer: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।