RBI Rule: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के हाल ही में लिए गए अहम फैसले ने लोन लेने वालों को बड़ी राहत दी है। देश की तीन प्रमुख सरकारी बैंकों – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने होम लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दरों में कटौती का एलान किया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब आम लोग महंगाई के दबाव से जूझ रहे हैं और सस्ते कर्ज की उम्मीद लगाए बैठे हैं। RBI ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन बैंकों को दी गई तरलता और ऋण नीति के प्रभाव ने उन्हें ब्याज दरें कम करने का अवसर दिया।
सरकारी बैंकों की इस पहल से न सिर्फ नए लोन लेने वालों को फायदा होगा, बल्कि पहले से चल रहे फ्लोटिंग रेट लोन वालों को भी मासिक किस्त में राहत मिलेगी। इससे रियल एस्टेट, वाहन क्षेत्र और कंज्यूमर फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में तेजी आने की पूरी संभावना है। अब आम आदमी को भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए कम ब्याज पर लोन मिल सकेगा।
RBI की नीतियों का असर सीधे ग्राहकों तक पहुंचा
RBI ने मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट को स्थिर रखा है, लेकिन उसने बाजार में तरलता बनाए रखने और बैंकों को कम दर पर धन उपलब्ध कराने की नीति को जारी रखा है। इसी का असर है कि बैंक अब खुद को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए ब्याज दरों में कटौती कर रहे हैं।
SBI, PNB और BoB जैसे बड़े सरकारी बैंक अब होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दरों को 0.25% तक घटा चुके हैं। इससे EMI में सीधा फर्क पड़ेगा और ग्राहकों का मासिक खर्च थोड़ा और संतुलित हो सकेगा। यह कदम ऐसे समय में लिया गया है जब आम आदमी वित्तीय अस्थिरता से जूझ रहा है और उसे राहत की दरकार है।
SBI ने पेश की सबसे सस्ती दरें
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने होम लोन की न्यूनतम ब्याज दर को घटाकर 8.35% कर दिया है, जो अब तक की सबसे किफायती दरों में से एक है। SBI की यह नई ब्याज दर बाजार में अन्य बैंकों की तुलना में काफी प्रतिस्पर्धी मानी जा रही है। बैंक का कहना है कि इसका उद्देश्य ग्राहकों को राहत देना और अधिक लोगों को लोन की सुविधा से जोड़ना है।
इसके साथ ही SBI ने महिला आवेदकों और सरकारी कर्मचारियों को अतिरिक्त छूट देने की घोषणा भी की है, जिससे यह लोन और भी सस्ता हो जाएगा। बैंक का यह कदम मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद साबित हो रहा है। ग्राहक अब डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी यह सस्ते दर पर लोन प्राप्त कर सकते हैं।
PNB और Bank of Baroda ने भी की दरों में कटौती
पंजाब नेशनल बैंक ने भी ब्याज दर में 0.20% की कटौती की है, जिससे अब होम लोन पर न्यूनतम दर 8.40% हो गई है। बैंक ने अपने बयान में कहा है कि ग्राहकों को सस्ती दर पर लोन उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है। इसके साथ ही उन्होंने लोन प्रोसेसिंग फीस में भी रियायत देने की घोषणा की है, जिससे लोन लेना और भी आसान हो गया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए होम लोन दरों को घटाकर 8.45% कर दिया है। बैंक का कहना है कि बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ने और RBI की स्थिर दर नीति के चलते उन्हें यह फैसला लेना पड़ा। इससे उन्हें ज्यादा ग्राहक जोड़ने और कर्ज वितरण को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
ग्राहकों को क्या होगा फायदा
ब्याज दरों में कटौती का सबसे बड़ा फायदा यह है कि लोन की EMI कम हो जाती है, जिससे घर का मासिक बजट ज्यादा संतुलित हो जाता है। इसके साथ ही, अब ग्राहक लंबी अवधि के लोन लेने से हिचक नहीं रहे हैं क्योंकि उन्हें यह भरोसा है कि भविष्य में भी दरें स्थिर रह सकती हैं।
इसके अलावा, जिन ग्राहकों ने पहले फ्लोटिंग रेट लोन लिया हुआ था, उन्हें भी सीधा फायदा मिलेगा क्योंकि उनकी ब्याज दर स्वतः ही कम हो जाएगी। इससे कुल लोन चुकौती की राशि में भी कमी आएगी, जो लंबे समय में एक बड़ी राहत बन सकती है।
नई दरों से बाजार को भी मिलेगा बल
ब्याज दरों में यह ताज़ा कटौती सिर्फ ग्राहकों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे बाज़ार के लिए फायदेमंद साबित होगी। रियल एस्टेट क्षेत्र में अब घर खरीदने की मांग बढ़ सकती है, जिससे निर्माण कंपनियों और बिल्डरों को भी राहत मिलेगी।
इसी तरह ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी कार और टू-व्हीलर लोन पर मिलने वाली सस्ती दरें ग्राहकों को आकर्षित करेंगी। बैंक भी कर्ज देने के लिए अधिक प्रेरित होंगे जिससे क्रेडिट ग्रोथ में सुधार होगा और अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
Disclaimer: यह लेख सार्वजनिक स्रोतों और बैंकिंग संस्थानों द्वारा दी गई हालिया जानकारी पर आधारित है। कृपया किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले संबंधित बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या शाखा से पुष्टि अवश्य करें। लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल जागरूकता है।