Gold Rate: देशभर में सोने की चमक एक बार फिर आसमान छू रही है। जून 2025 की शुरुआत के साथ ही सोने के भाव ने नया रिकॉर्ड बना दिया है, जिससे आम निवेशकों और ज्वेलरी कारोबारियों के बीच हलचल मच गई है। लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि क्या यह बढ़त स्थायी है या जल्द गिरावट देखने को मिलेगी। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार सोने की कीमतों में जो उछाल आया है, वह केवल मौसमी मांग या शादी-ब्याह के सीजन की वजह से नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय आर्थिक परिस्थितियों और डॉलर की कमजोरी से भी जुड़ा हुआ है।
बढ़ते दामों के पीछे की असली वजह
इस समय सोने की कीमतें ₹71,000 प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच चुकी हैं, जो अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। यह उछाल केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना तेजी से महंगा हो रहा है। अमेरिकी डॉलर में कमजोरी, महंगाई का दबाव और ग्लोबल अनिश्चितता के चलते निवेशक अब शेयर बाजार से हटकर सोने की तरफ रुख कर रहे हैं।
दूसरी तरफ, भारत में मानसून की शुरुआत और आगामी त्योहारों के सीजन के चलते भी सोने की घरेलू मांग तेज़ हुई है। लोग निवेश के लिहाज़ से भी सोने को सबसे सुरक्षित विकल्प मानते हैं, खासकर तब जब बाजार में अस्थिरता बनी हुई हो। इसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ रहा है और यह उछाल अभी कुछ और महीनों तक जारी रह सकता है।
आने वाले दो महीनों में क्या रहेगा भाव
विशेषज्ञों की मानें तो अगर मौजूदा ट्रेंड ऐसे ही जारी रहा, तो अगस्त 2025 तक सोने के दाम ₹74,000 से ₹75,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं। खासकर रक्षाबंधन और गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों में इसकी मांग और बढ़ने वाली है, जिससे दामों में और इजाफा तय माना जा रहा है।
दूसरी ओर, अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी होती है या डॉलर मज़बूत होता है, तो इसके असर से सोने की कीमतों में थोड़ी नरमी भी आ सकती है। हालांकि फिलहाल जो संकेत मिल रहे हैं, वे यही बता रहे हैं कि सोना निवेशकों के लिए अभी भी एक भरोसेमंद संपत्ति बना रहेगा।
स्थानीय बाजारों में कैसा है माहौल
रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और भिलाई जैसे छत्तीसगढ़ के बड़े शहरों में सोने की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ बढ़ गई है। ज्वेलरी शॉप मालिकों का कहना है कि कीमतें भले बढ़ी हैं, लेकिन ग्राहक फिर भी खरीदारी कर रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि आने वाले दिनों में दाम और ऊपर जाएंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी सोने की मांग बनी हुई है, खासकर उन इलाकों में जहां कृषि की आय अभी स्थिर बनी हुई है। कई लोग पुराने गहनों को बेचकर नए गहने बनवा रहे हैं या फिर निवेश के लिए छोटे-छोटे गोल्ड कॉइन ले रहे हैं। बाजार में यह विश्वास बना हुआ है कि अभी निवेश करने का यह सही समय है।
निवेश के नजरिए से क्या है स्थिति
जो लोग सोने को लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट मानते हैं, उनके लिए यह मौका काफी मुफीद साबित हो सकता है। SIP की तरह गोल्ड बांड्स और डिजिटल गोल्ड जैसी स्कीमें अब तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं, जिससे छोटे निवेशक भी फायदा उठा सकते हैं। सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स पर ब्याज भी मिलता है और टैक्स में राहत भी मिलती है।
वहीं, ट्रेडिंग करने वाले निवेशक अभी सावधानी बरत रहे हैं क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव तेजी से हो रहा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए सोच रहे हैं, तो मौजूदा समय में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में निवेश करना बेहतर रहेगा।
सोना खरीदने से पहले रखें इन बातों का ध्यान
चाहे आप फिजिकल गोल्ड खरीद रहे हों या डिजिटल, बिल और सर्टिफिकेट जरूर लें। हॉलमार्क वाली ज्वेलरी ही खरीदें ताकि भविष्य में उसे बेचते समय आपको बेहतर मूल्य मिल सके। इसके अलावा, गोल्ड के भाव पर नज़र रखने के लिए विश्वसनीय न्यूज़ पोर्टल या सरकारी एप्स का उपयोग करें ताकि आपको सही जानकारी मिलती रहे।
इस समय बाजार में कई स्कीमें भी चल रही हैं, जहां आसान EMI और बायबैक पॉलिसी के साथ गहने खरीदे जा सकते हैं। लेकिन किसी भी स्कीम में पैसा लगाने से पहले उसकी सभी शर्तों को अच्छे से समझना जरूरी है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी बाजार विश्लेषण और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।