Maruti Grand Vitara: Maruti Grand Vitara भारतीय बाजार में एक पॉपुलर SUV रही है, जो अपनी मजबूती, परफॉर्मेंस और स्टाइलिश लुक के लिए जानी जाती है। जिन लोगों का बजट नया मॉडल खरीदने लायक नहीं है, वे सेकंड हैंड ऑप्शन की ओर रुख करते हैं। लेकिन किसी भी पुरानी गाड़ी को खरीदना उतना ही समझदारी भरा काम है जितना एक नया निवेश करना। खासकर SUV सेगमेंट में, जहां गाड़ी की मेंटेनेंस, ऑफ-रोड उपयोग और चलने की स्थिति पर विशेष ध्यान देना जरूरी होता है। ऐसे में अगर आप एक पुरानी Grand Vitara खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपको कुछ अहम पहलुओं पर ध्यान देना ही चाहिए।
इंजन और मैकेनिकल कंडीशन की जांच जरूरी है
Grand Vitara का इंजन दमदार होता है लेकिन यह काफी हैवी भी है। इसलिए सेकंड हैंड मॉडल लेते वक्त सबसे पहले इंजन की आवाज, स्मूद स्टार्ट और रेस्पॉन्स पर ध्यान दें। अगर इंजन से किसी तरह की नॉर्मल से अलग आवाज आती है या गाड़ी स्टार्ट होने में दिक्कत करती है, तो यह भविष्य में बड़ी परेशानी बन सकती है।
साथ ही, इंजन ऑयल की स्थिति, कूलेंट की मात्रा और लीक जैसी चीज़ों को भी देखना चाहिए। एक बार कार को टेस्ट ड्राइव पर लेकर जाकर उसकी परफॉर्मेंस को महसूस करें। खासकर क्लच, गियर और एक्सेलेरेशन में किसी भी प्रकार की रुकावट या वाइब्रेशन नहीं होना चाहिए।
सस्पेंशन और अंडरबॉडी की हालत का जायज़ा लें
Grand Vitara को कई लोग ऑफ-रोडिंग के लिए भी इस्तेमाल करते हैं, इसलिए सेकंड हैंड खरीदते समय उसके सस्पेंशन सिस्टम की जांच जरूर करें। अगर गाड़ी चलते समय झटके ज्यादा महसूस हों या आवाजें आएं, तो समझिए कि सस्पेंशन खराब हो सकते हैं।
साथ ही, गाड़ी के नीचे झुककर उसकी अंडरबॉडी देखें। कहीं जंग, डेंट या टूट-फूट तो नहीं है, यह सुनिश्चित करना जरूरी है। यह आपको यह बताने में मदद करेगा कि गाड़ी कितने कठिन रास्तों पर चलाई गई है और उसकी देखरेख कितनी अच्छे से हुई है।
डैशबोर्ड, फीचर्स और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर ध्यान दें
Grand Vitara में कई एडवांस फीचर्स होते हैं जैसे टचस्क्रीन, AC, पावर विंडो, रिवर्स कैमरा आदि। सेकंड हैंड गाड़ी में इनमें से कई फीचर्स काम करना बंद कर सकते हैं या धीमे हो जाते हैं। इसलिए गाड़ी के डैशबोर्ड को ध्यान से देखें कि सभी लाइट्स, स्विच और बटन सही तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं।
साथ ही, स्पीडोमीटर, फ्यूल गेज, हेडलाइट्स और इंडिकेटर जैसे जरूरी सिस्टम को भी जांचें। इन सभी का सही होना यह सुनिश्चित करता है कि गाड़ी आपको रोज़मर्रा के इस्तेमाल में किसी मुसीबत में नहीं डालेगी।
गाड़ी का सर्विस रिकॉर्ड और ओनरशिप हिस्ट्री देखना न भूलें
Maruti जैसी गाड़ियों का फायदा यह है कि इनका सर्विस नेटवर्क बड़ा है। लेकिन हर गाड़ी की मेंटेनेंस हिस्ट्री अलग होती है। सेकंड हैंड Grand Vitara खरीदने से पहले उसका पूरा सर्विस रिकॉर्ड जरूर देखें।
साथ ही, गाड़ी कितने लोगों के नाम पर रही है, यह भी जानना जरूरी है। एक से ज्यादा ओनरशिप वाले वाहन की हालत समझने में समय लग सकता है। कोशिश करें कि आप पहले या दूसरे ओनर की ही गाड़ी लें, जिससे गाड़ी की स्थिति ज्यादा स्पष्ट होगी।
डील से पहले करें सही मूल्यांकन और डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन
पुरानी SUV की कीमत तय करते वक्त आपको बाजार में उपलब्ध मॉडल, उनकी किलोमीटर रन और कंडीशन के अनुसार तुलना करनी चाहिए। कई बार गाड़ियों की हालत दिखने में ठीक होती है लेकिन अंदर से वे ज्यादा चली होती हैं।
साथ ही, गाड़ी के दस्तावेज जैसे RC, इंश्योरेंस, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट और NOC आदि को अच्छे से चेक करें। अगर गाड़ी पर कोई पेंडिंग लोन या चालान है, तो वह भी साफ होना चाहिए। एक भरोसेमंद मैकेनिक या कार एक्सपर्ट की मदद लेना भी इस प्रक्रिया में फायदेमंद रहेगा।
Maruti Grand Vitara जैसी दमदार SUV को सेकंड हैंड खरीदते वक्त सतर्क रहना जरूरी है। इसकी कीमत और स्टेटस भले ही आकर्षक लगे, लेकिन सही तरीके से जांच और मूल्यांकन के बिना इसे लेना घाटे का सौदा भी बन सकता है। यदि आप ऊपर बताए गए बिंदुओं पर ध्यान देते हैं, तो आप एक भरोसेमंद और लंबे समय तक साथ निभाने वाली गाड़ी अपने घर ला सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया वाहन खरीदने से पहले किसी ऑटो एक्सपर्ट से सलाह लें। लेख में दी गई जानकारियां उपयोगकर्ता अनुभव पर आधारित हैं।