Gold Rate

Gold Rate: रिकॉर्ड बनाते ही औंधे मुंह गिरा सेाना, 24 घंटे में 2268 रुपये गिरे 10 ग्राम के दाम

Gold Rate: सोचिए ज़रा, एक दिन पहले तक सोना आसमान छू रहा था  लोग बात कर रहे थे कि अब तो 75 हज़ार भी दूर नहीं। लोग ज्वेलरी शॉप में लाइन लगाए खड़े थे, निवेशक भी सोच रहे थे कि अब और ऊपर जाएगा। लेकिन अगली सुबह उठते ही जैसे किसी ने ब्रेक लगा दिया हो, सोने के दाम सीधे 2268 रुपये गिर गए।

हां, आपने सही पढ़ा। 24 घंटे के अंदर 10 ग्राम सोने की कीमत में इतनी बड़ी गिरावट आई है कि लोगों के होश उड़ गए हैं। जो लोग कल सोना खरीदने की प्लानिंग कर रहे थे, वो अब कंफ्यूज हैं, ये क्या हुआ? क्यों गिरा सोना? और आगे क्या होगा?

बाज़ार में क्यों टूटा सोने का ताज़?

असल में इंटरनेशनल मार्केट से जो संकेत मिल रहे हैं, वो साफ बता रहे हैं कि सोने की कीमतें अब अस्थिर मोड में हैं। अमेरिका की फेडरल रिजर्व की पॉलिसी को लेकर निवेशकों में चिंता बढ़ी है। डॉलर मज़बूत हुआ है, और इससे सोने पर दबाव बना है।

वहीं भारत में भी शादी-विवाह के सीजन के बाद अब डिमांड थोड़ा ठंडी हो गई है। जब डिमांड गिरती है, तो दाम अपने आप नीचे आते हैं। ट्रेडर्स का कहना है कि ये गिरावट बस शुरुआत हो सकती है, आने वाले दिनों में और झटके लग सकते हैं। खासकर वो लोग जो एक ही झटके में भारी इन्वेस्टमेंट कर देते हैं, उन्हें थोड़ा सोच-समझकर चलना चाहिए।

छोटे निवेशकों के लिए क्या सबक?

अब ये सवाल उठता है, जो लोग थोड़ी-थोड़ी रकम में सोना खरीदते हैं, उनके लिए क्या ये सही वक्त है? देखिए, लॉन्ग टर्म में सोना हमेशा सुरक्षित माना गया है। लेकिन शॉर्ट टर्म में ऐसा उतार-चढ़ाव आम बात है।

अगर आप निवेश की सोच रहे हैं, तो SIP जैसे ऑप्शन से धीरे-धीरे खरीदें। कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले एक बार मार्केट की चाल समझना ज़रूरी है। कई बार ऐसा भी होता है कि गिरावट के बाद बहुत तेज़ी आती है। तो अगर आप तैयार हैं इंतज़ार करने के लिए, तो ये गिरावट आपके लिए मौका हो सकती है।

सोने की कीमतों पर किसका सबसे ज्यादा असर पड़ता है?

बहुत से लोगों को लगता है कि सोना सिर्फ त्योहारों या शादी में महंगा होता है। लेकिन असल में इसका सबसे बड़ा असर इंटरनेशनल लेवल की घटनाओं से होता है। जैसे कि रूस-यूक्रेन की लड़ाई, अमेरिका की ब्याज दरें, क्रूड ऑयल के दाम ये सब सोने की चाल तय करते हैं।

इसीलिए जब भी आप सोना खरीदने का मन बनाएं, तो सिर्फ लोकल रेट न देखें। थोड़ा न्यूज़ पर भी नज़र डालें। जैसे अभी जो गिरावट आई है, वो पूरी तरह इंटरनेशनल इकोनॉमी के कारण है, ना कि भारत के अंदर कुछ होने के कारण।

क्या अब सोना और गिरेगा या फिर उछाल आएगा?

इसका जवाब किसी के पास पूरी तरह से नहीं है। लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर डॉलर और मजबूत हुआ तो सोना और गिरेगा। लेकिन अगर अमेरिका में ब्याज दरें कम होती हैं या ग्लोबल अनिश्चितता बढ़ती है, तो सोने में फिर से रफ्तार आ सकती है।

मतलब ये कि सोने में अभी उतार-चढ़ाव रहेगा। ऐसे में जो लोग ट्रेडिंग करते हैं, उनके लिए ये वक्त थोड़ा जोखिम भरा है। लेकिन जो लोग लॉन्ग टर्म प्लान करते हैं, उनके लिए ये गिरावट एक खरीद का मौका बन सकती है। बशर्ते आप रिस्क समझकर चलें।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। इसमें दी गई जानकारी विभिन्न समाचार स्रोतों और वित्तीय विश्लेषण पर आधारित है। निवेश करने से पहले हमेशा अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।

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