Mercedes India

Mercedes India: मर्सिडीज इंडिया ने कुछ कारें वापस मंगाईं, तकनीकी खराबी से आग लगने का खतरा

Mercedes India:

मर्सिडीज की गाड़ियां जब सड़कों पर दौड़ती हैं, तो लोग पलटकर देखते हैं। क्लास, स्टाइल और सेफ्टी का जो भरोसा इस ब्रांड ने सालों में बनाया है, वो आसानी से नहीं टूटता। लेकिन अब मर्सिडीज इंडिया ने एक बड़ा कदम उठाते हुए अपनी कुछ गाड़ियों को वापस बुलाया है। वजह है आग लगने का खतरा। जी हां, इस तरह की दिक्कत सामने आने पर कंपनी ने खुद ही सामने आकर इस बात की पुष्टि की है और कार मालिकों को अलर्ट किया है।

भारत में प्रीमियम गाड़ियों की खरीद बढ़ी है और मर्सिडीज का नाम सबसे ऊपर रहता है। लेकिन अगर ऐसे वाहनों में तकनीकी खराबी की बात सामने आए, तो सवाल भी उठते हैं। हालांकि मर्सिडीज जैसी कंपनी ने तुरंत एक्शन लिया है, जिससे ये साफ होता है कि वो अपने ग्राहकों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर है।

क्या है असली वजह और किन मॉडल्स में दिक्कत

दरअसल, जिन गाड़ियों को वापस मंगवाया गया है, उनमें इंजन के पास मौजूद एक खास कंपोनेंट में खराबी पाई गई है। इस हिस्से से ईंधन लीक हो सकता है और इसी वजह से आग लगने का खतरा बना रहता है। बताया गया है कि यह दिक्कत खासतौर पर C-Class, E-Class और GLC जैसे कुछ मॉडल्स में पाई गई है। हालांकि यह कोई बहुत बड़ी संख्या नहीं है, फिर भी कंपनी ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है ताकि कोई हादसा होने से पहले ही चीज़ें संभाली जा सकें।

मालिकों को क्या करना चाहिए अब

अगर आपके पास मर्सिडीज की कार है और आपको नहीं पता कि आपकी गाड़ी इस रिकॉल में शामिल है या नहीं, तो आपको घबराने की ज़रूरत नहीं है। कंपनी ने सभी रजिस्टर्ड मालिकों को मैसेज और ईमेल भेजने शुरू कर दिए हैं।

इसके अलावा आप मर्सिडीज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपना VIN नंबर डाल सकते हैं और पता कर सकते हैं कि आपकी गाड़ी इस लिस्ट में शामिल है या नहीं। अगर आपकी गाड़ी रिकॉल में आती है तो कंपनी खुद ही आपको वर्कशॉप विज़िट के लिए बुलाएगी और फ्री में खराबी ठीक करेगी।

ग्राहकों के लिए ये भरोसे की बात है

अब देखिए, बहुत सारी कंपनियां होती हैं जो गाड़ियों में खराबी आने पर चुपचाप रह जाती हैं। लेकिन मर्सिडीज ने जैसे ही थोड़ी भी गड़बड़ी पकड़ी, तुरंत लोगों को बताया और रिकॉल की प्रोसेस शुरू कर दी। यही वजह है कि लोग इस ब्रांड पर भरोसा करते हैं।

कंपनी का कहना है कि अभी तक किसी भी ग्राहक से आग लगने की घटना की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन फिर भी वो रिस्क नहीं लेना चाहती। ये बात अपने आप में बहुत कुछ कहती है कि सेफ्टी को लेकर कंपनी कितनी सजग है।

क्या ऐसे मामलों का असर ब्रांड पर पड़ता है?

देखा जाए तो इस तरह की घटनाएं कभी भी किसी भी बड़ी कंपनी के साथ हो सकती हैं। टेक्नोलॉजी के साथ जरा सी चूक भी परेशानी का कारण बन सकती है। असली फर्क तब दिखता है जब कंपनी उस गलती को कैसे हैंडल करती है।

मर्सिडीज का ये कदम ब्रांड की इमेज को नुकसान नहीं पहुंचाएगा, बल्कि लोगों का भरोसा और मजबूत करेगा। क्योंकि ग्राहक चाहते हैं कि अगर कोई दिक्कत हो, तो कंपनी खुले तौर पर बात करे और समाधान दे। यही चीज़ मर्सिडीज ने करके दिखाई है।

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