बजाज GoGo इलेक्ट्रिक रिक्शा

बजाज की नई GoGo इलेक्ट्रिक रिक्शा लॉन्च के लिए तैयार, अब सफर होगा सस्ता और आरामदायक: बजाज GoGo इलेक्ट्रिक रिक्शा

बजाज GoGo इलेक्ट्रिक रिक्शा: बजाज ऑटो अब कुछ नया लेकर आया है और इस बार ये बदलाव उन लोगों के लिए है जो रोज़ शहर की गलियों में तीन पहियों पर ज़िंदगी की कमाई ढोते हैं। अब बाजाज की GoGo नाम की इलेक्ट्रिक रिक्शा मार्केट में उतरने को तैयार है। ये सिर्फ एक गाड़ी नहीं है, बल्कि उन ड्राइवर्स के लिए एक नई उम्मीद है जो पेट्रोल-डीज़ल की महंगाई से परेशान हो चुके हैं। बजाज ने इस बार जो किया है, वो ना सिर्फ जेब के लिए सस्ता है बल्कि सफर के लिए भी सुकून भरा है।

GoGo को खासतौर पर उन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है जो पब्लिक ट्रांसपोर्ट में काम करते हैं, जैसे कि ऑटो ड्राइवर, छोटे माल ढोने वाले व्यापारी या लोकल सवारी का इंतज़ाम करने वाले बजाज GoGo इलेक्ट्रिक रिक्शा लोग। इसमें ना कोई आवाज़ है, ना धुआं और सबसे बड़ी बात, ये खर्चा भी बहुत कम करती है। बजाज ने इसे हर किसी की पहुंच में लाने के लिए काफी रिसर्च और मेहनत की है।

GoGo में क्या है खास जो इसे बाकी से अलग बनाता है

GoGo को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि इसका लुक सादा लेकिन काम का लगे। इसका बॉडी स्ट्रक्चर मजबूत है, जिससे खराब सड़कों पर भी ये आसानी से चल सके। इसमें बैठने की जगह भी काफी है और सवारी को चढ़ने-उतरने में कोई दिक्कत नहीं होती। इसकी बनावट देखकर साफ लगता है कि ये सिर्फ एक गाड़ी नहीं, एक साथी है जो दिन भर की थकान को थोड़ा आसान बना देगा।

दूसरी बात जो इसे खास बनाती है, वो है इसकी बैटरी और रेंज। GoGo को फुल चार्ज करने पर ये 100 से 120 किलोमीटर तक चल सकती है, वो भी बिना रुके। यानी एक बार चार्ज कर लो, फिर दिनभर आराम से सवारी करो। और चार्जिंग टाइम भी ज्यादा नहीं है, 4 से 5 घंटे में ये पूरी तरह चार्ज हो जाती है। इस हिसाब से देखा जाए तो रोज़ाना खर्च बहुत ही कम आता है।

बाजार में क्यों मच सकता है GoGo से धमाल

देखा जाए तो आज के समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल की मांग तेजी से बढ़ रही है। सरकार भी इसे बढ़ावा दे रही है और लोग भी अब ईवी को अपनाने लगे हैं। लेकिन सबसे बड़ी परेशानी थी कि अधिकतर ईवी गाड़ियाँ आम लोगों की पहुंच से बाहर थीं। अब GoGo के आने से ये दूरी काफी हद तक कम हो गई है। इसकी कीमत फिलहाल तो कंपनी ने नहीं बताई है, लेकिन अंदाजा है कि ये 2 लाख से नीचे रह सकती है, जिससे ये बाजार में एक मजबूत पकड़ बना सकती है।

इसके अलावा, इसकी सर्विसिंग और स्पेयर पार्ट्स को लेकर भी बजाज जैसी कंपनी पर भरोसा किया जा सकता है। बाजाज की पुरानी गाड़ियों ने जिस तरह से भारत के गांव-शहर में अपना सिक्का जमाया है, उसी तरह GoGo से भी लोगों को उम्मीदें हैं कि ये भी उनकी ज़रूरतों को पूरी करेगी और खर्च कम रखेगी।

ड्राइवरों की जिंदगी में आ सकता है बड़ा बदलाव

GoGo सिर्फ एक ईवी नहीं, ये एक मौका है उन लाखों लोगों के लिए जो हर दिन ऑटो चलाकर अपना घर चलाते हैं। अब जब पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं, GoGo जैसी इलेक्ट्रिक रिक्शा से उनका रोज़ का खर्च बहुत कम हो सकता है। जहां पहले एक दिन में 300 से 400 रुपये का ईंधन लग जाता था, अब वही काम 30 से 40 रुपये में हो सकता है।

इसके अलावा, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मेंटेनेंस कॉस्ट भी काफी कम होती है। यानी ड्राइवर को कमाई का बड़ा हिस्सा खुद के पास बचाने का मौका मिलेगा। ये एक बड़ा बदलाव है, जो न सिर्फ उनकी आमदनी बढ़ा सकता है, बल्कि उनके काम करने के तरीके को भी आसान बना सकता है।

शहरों की हवा भी होगी साफ, आवाज़ से भी राहत

GoGo की एक और बड़ी खासियत है कि ये पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त है। न तो ये धुआं छोड़ती है, न ही किसी तरह की आवाज़। शहरों की भीड़भाड़ और ट्रैफिक में जहां शोर और गंदगी आम बात है, वहां ये रिक्शा थोड़ी राहत का एहसास दिला सकती है।

इसके चलने से न सिर्फ ड्राइवर का फायदा होगा, बल्कि शहर की हवा भी थोड़ी साफ हो सकती है। ये रिक्शा एक तरह से स्मार्ट ट्रांसपोर्ट का हिस्सा बन रही है, जहां पर्यावरण और सवारी, दोनों का ख्याल रखा जा रहा है। यही वजह है कि कई शहरों में इसकी डिमांड पहले से ही दिखाई देने लगी है।

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