EMI Bounce: आपने सोने का लॉकर से निकालकर बैंक में रखकर लोन लिया, सोचकर कि जरूरत के वक्त काम आएगा। घर का खर्चा, बच्चों की पढ़ाई या कोई इमरजेंसी, सबके लिए यही सोना आपके भरोसे का सहारा बना। मगर अगर EMI चूक गई तो यही सोना आपके हाथ से निकल जाएगा और बैंक उसे नीलाम कर देगा। बहुत सारे लोग गोल्ड लोन लेकर यह सोचते हैं कि इसमें रिस्क कम है, लेकिन EMI अगर टाइम पर नहीं भरी गई तो बैंक आपका सोना बिना बताये बेच सकता है। इसलिए अगर आपने गोल्ड लोन लिया है या लेने का सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है।
गोल्ड लोन का खेल सीधा, मगर नियम सख्त हैं
गोल्ड लोन में आप बैंक या फाइनेंस कंपनी के पास अपना सोना गिरवी रखते हैं और उसके बदले में लोन मिलता है। लोन लेते समय EMI और ब्याज की शर्तें तय होती हैं। बैंक आपको कुछ महीनों या सालों में किस्त चुकाने का समय देता है, लेकिन अगर आप लगातार किस्तें नहीं भरते तो बैंक आपके सोने को नीलामी में डाल सकता है। यह नियम RBI की गाइडलाइन के अनुसार लागू होता है। बैंक इस दौरान आपको नोटिस भेज सकता है लेकिन अगर आप नोटिस का जवाब नहीं देते और पेमेंट नहीं करते तो बैंक नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर सकता है।
लोग अक्सर यह सोचकर लोन ले लेते हैं कि सोना तो सुरक्षित रहेगा, बस ब्याज भरना है। लेकिन नियम बहुत साफ हैं कि अगर आप समय पर पेमेंट नहीं करते, तो बैंक आपका सोना बेचकर अपनी रकम वसूल कर सकता है। ऐसे में जो लोग यह सोचकर EMI को टालते रहते हैं कि बाद में भर देंगे, उन्हें सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि बैंक बिना आपके परमिशन के भी लोन रिकवरी के लिए यह कदम उठा सकता है।
नीलामी का प्रोसेस और आपका अधिकार
जब कोई कस्टमर गोल्ड लोन की EMI नहीं भरता है, तो बैंक आपको एक नोटिस भेजता है। इस नोटिस में आपको 30 दिन का समय दिया जाता है कि आप अपने ड्यू पेमेंट को क्लियर कर दें। अगर आप इसके बाद भी पेमेंट नहीं कर पाते, तो बैंक आपके सोने की नीलामी कर सकता है। बैंक नीलामी की तारीख और जगह की जानकारी नोटिस के जरिए ही देता है।
आपके पास यह अधिकार होता है कि नीलामी से पहले आप अपना बकाया चुकाकर सोना वापस ले सकते हैं। लेकिन अगर आपने टाइम पर रिस्पॉन्ड नहीं किया तो बैंक लीगल तरीके से आपके सोने की नीलामी कर देता है। इसीलिए अगर आप गोल्ड लोन ले चुके हैं और किस्तें देरी से जा रही हैं, तो तुरंत बैंक से संपर्क करें और सिचुएशन को क्लियर करें ताकि आपका सोना नीलाम न हो।
लोन लेने से पहले ये बातें याद रखें
गोल्ड लोन लेने से पहले लोन की ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस और पेमेंट की समयसीमा को अच्छे से समझ लें। कुछ लोग यह सोचकर लोन ले लेते हैं कि गोल्ड लोन में ब्याज कम होता है, लेकिन लेट फीस और पेनल्टी लगने पर यह महंगा पड़ सकता है। साथ ही, यह भी ध्यान रखें कि लोन टाइम पर चुका पाना जरूरी है, क्योंकि गोल्ड लोन सिक्योर्ड लोन होता है और बैंक को आपके सोने पर पूरा अधिकार होता है।
अगर आपके पास इनकम का स्टेबल सोर्स है और आप EMI टाइम पर भर सकते हैं तो गोल्ड लोन एक अच्छा विकल्प है। मगर टाइम पर EMI नहीं भर पाने पर यह आपके लिए बड़ा नुकसान बन सकता है। इसीलिए गोल्ड लोन लेने से पहले अपने फाइनेंस को अच्छे से मैनेज करें।
अब क्या करना चाहिए
अगर आपने पहले से गोल्ड लोन ले रखा है तो अपनी EMI चेक करें कि कहीं कोई पेमेंट पेंडिंग तो नहीं है। अगर पेंडिंग है तो जल्दी से भर दें ताकि बैंक नीलामी की कार्रवाई शुरू न कर दे। अगर आप नया गोल्ड लोन लेने की सोच रहे हैं तो पूरी जानकारी लेने के बाद ही आगे बढ़ें। कभी भी लोन लेने से पहले EMI भरने की अपनी क्षमता को ध्यान में रखें, ताकि बाद में कोई परेशानी न हो।