New Rules: जून का महीना शुरू होते ही हर किसी की नजर इस बार अपने खर्चों और बैंक खातों पर है। वजह भी साफ है क्योंकि 1 तारीख से टैक्स और बैंकिंग से जुड़े कुछ नए नियम लागू होने जा रहे हैं, जिनका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ने वाला है। कई लोग अभी भी इस बदलाव को लेकर कंफ्यूज हैं कि आखिर ये नियम क्या हैं और इसका उनके रोजमर्रा के लेन-देन पर क्या फर्क पड़ेगा। इसलिए आज मैं आपको बिलकुल आसान भाषा में बताने वाला हूं कि आपको किन बातों का ध्यान रखना है ताकि इन बदलावों के बाद भी आपकी जेब पर ज्यादा बोझ न पड़े।
इनकम टैक्स में नए बदलाव का असर
इस बार इनकम टैक्स से जुड़े कुछ नियम बदलने जा रहे हैं। जिन लोगों ने अभी तक अपने पैन कार्ड को आधार से लिंक नहीं कराया है, उनका पैन कार्ड 1 जून से इनएक्टिव हो जाएगा। इसका मतलब यह होगा कि अगर आपने अभी तक लिंक नहीं कराया है, तो आपका बैंक अकाउंट से जुड़ा काम अटक सकता है और इनकम टैक्स रिफंड भी अटक सकता है।
साथ ही, सरकार ने टीडीएस की कुछ नई लिमिट तय की है। अगर आप किसी फ्रीलांस काम या दूसरे सोर्स से पैसे कमा रहे हैं तो 1 जून से आपके पेमेंट पर टीडीएस कट सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने इनकम के सोर्स और अकाउंट की जांच कर लें ताकि बाद में कोई दिक्कत न हो।
बैंकिंग के नियमों में बदलाव
अगर आप क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए भी कुछ बदलाव होने वाले हैं। अब 1 जून से कार्ड पेमेंट में ऑटो डेबिट की सुविधा में नया नियम लागू होगा। ऑटो डेबिट के लिए बैंक की तरफ से आपको एक अलर्ट आएगा और आपको अनुमति देनी होगी, तब जाकर पेमेंट कटेगा। इससे आपको अपने खर्चों पर कंट्रोल रखने में मदद मिलेगी और फालतू में कोई पेमेंट नहीं कटेगा।
इसके अलावा, कुछ बैंकों ने अपने मिनिमम बैलेंस चार्ज और एटीएम ट्रांजैक्शन चार्ज में भी बदलाव किया है। अगर आप अक्सर एटीएम का इस्तेमाल करते हैं, तो एक बार अपने बैंक की वेबसाइट या ब्रांच में जाकर नए चार्ज जरूर चेक कर लें। ताकि बाद में कोई एक्स्ट्रा चार्ज आपके अकाउंट से कटने पर आपको झटका न लगे।
पेंशन और सीनियर सिटीजन से जुड़ी राहत
सीनियर सिटीजन और पेंशन पाने वालों के लिए भी इस बार राहत की खबर है। सरकार ने पेंशन सिस्टेम में डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट की सुविधा को और आसान कर दिया है। अब घर बैठे मोबाइल से लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं और आपको बार-बार बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इसके अलावा कुछ पेंशन स्कीम्स की लिमिट में भी बदलाव किया गया है, जिससे सीनियर सिटीजन को टैक्स में राहत मिलेगी। अगर आपके घर में कोई सीनियर सिटीजन है तो उन्हें इन नए नियमों की जानकारी जरूर दें ताकि समय पर दस्तावेज जमा कर सकें और पेंशन रुकने की परेशानी से बच सकें।
छोटे कारोबारियों और फ्रीलांसर पर भी असर
अगर आप छोटे व्यापारी हैं या फिर ऑनलाइन काम करके कमाई कर रहे हैं, तो यह बदलाव आपके लिए भी मायने रखते हैं। नए नियमों के मुताबिक कुछ डिजिटल पेमेंट्स पर भी ट्रांजैक्शन लिमिट तय की गई है। अगर आपकी कमाई एक लिमिट से ऊपर जाती है तो आपको टीडीएस देना होगा।
इसलिए अभी से अपने अकाउंट और डिजिटल पेमेंट की एंट्री चेक कर लें। अगर आपको लगता है कि आपकी कमाई लिमिट क्रॉस कर रही है तो अपने सीए या टैक्स कंसल्टेंट से बात करें ताकि आपको पेनल्टी न भरनी पड़े।
कैसे रखें खुद को तैयार
इन नियमों का सीधा असर आपके पैसे पर पड़ेगा, इसलिए जरूरी है कि आप पहले से अलर्ट रहें। अपने पैन और आधार को लिंक करा लें, बैंक के नए नियमों की जानकारी लें और अपनी इनकम के हिसाब से टैक्स की तैयारी रखें।
अगर आप समय रहते इन बातों का ध्यान रखते हैं तो यह बदलाव आपके लिए परेशानी का कारण नहीं बनेगा बल्कि आपको अपने पैसों को सही तरीके से मैनेज करने में मदद करेगा। नए नियम का मकसद भी यही है कि लेन-देन में पारदर्शिता आए और लोग अपने खर्चों को बेहतर तरीके से समझ सकें।
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