Gold Rate Big Update: भारत में सोने की कीमतें समय के साथ लगातार बढ़ रही हैं और अब 2027 तक इसके और ऊंचाई छूने की संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार, 10 ग्राम सोने का भाव 2027 तक 75 हजार रुपये से 80 हजार रुपये तक पहुंच सकता है। इसके पीछे डॉलर में उतार-चढ़ाव, ग्लोबल आर्थिक स्थिति और महंगाई जैसे कारण जिम्मेदार हैं।
सोने की बढ़ती कीमतों के कारण आम आदमी और निवेशकों में सोने को लेकर फिर से रुचि बढ़ गई है। लोग अपने पैसे को सुरक्षित रखने और भविष्य में अच्छे रिटर्न के लिए सोने में निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं। त्योहारी सीजन में भी मांग बढ़ने से कीमतों में स्थिरता बनी हुई है।
महंगाई और डॉलर का असर
डॉलर में कमजोरी और ग्लोबल अनिश्चितताओं के कारण सोने की कीमतों में तेजी बनी हुई है। डॉलर कमजोर होने पर निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं, जिससे सोने की मांग और दाम दोनों बढ़ते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2027 तक महंगाई के चलते सोने की कीमत में 10-15% की बढ़ोतरी संभव है।
इसके अलावा, देश में महंगाई की दर बढ़ने पर लोग अपने पैसे की वैल्यू को बचाने के लिए सोने में निवेश करते हैं। इससे बाजार में सोने की मांग बढ़ जाती है और कीमतें ऊपर जाती हैं। ऐसे हालात में सोना निवेश के लिए सुरक्षित विकल्प बन जाता है।
निवेशकों की बढ़ती रुचि
रिपोर्ट के अनुसार, निवेशकों की सोने में दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है। कई निवेशक सोने में लॉन्ग टर्म निवेश कर रहे हैं ताकि उन्हें आने वाले समय में अच्छा रिटर्न मिल सके। 2027 तक सोने की कीमतों में उछाल की संभावना देखते हुए निवेशक इस समय सोना खरीदने पर ध्यान दे रहे हैं।
इसके अलावा गोल्ड ईटीएफ और डिजिटल गोल्ड में भी निवेश बढ़ रहा है। निवेशक अपने पोर्टफोलियो में सोने को जोड़कर बाजार में अस्थिरता से बचने की कोशिश कर रहे हैं। यह तरीका छोटे निवेशकों के लिए भी फायदेमंद साबित हो रहा है।
शादी और त्योहार सीजन का प्रभाव
भारत में शादी और त्योहार के मौसम में सोने की मांग हर साल तेजी से बढ़ती है। आने वाले समय में भी शादियों और त्योहारी खरीदारी के चलते सोने की कीमतों में उछाल देखा जा सकता है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इस मांग के कारण सोने की कीमतें 2027 तक नई ऊंचाई पर पहुंच सकती हैं।
त्योहारों में उपहार और आभूषण खरीदने की परंपरा भारतीय बाजार में सोने की स्थिर मांग बनाए रखती है। ग्रामीण और शहरी इलाकों में निवेश की आदत और शादी में सोने की भूमिका इसकी कीमतों को स्थिर रूप से ऊंचा बनाए रखने में मदद करती है।
सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश के रूप में देखा गया है, खासकर तब जब बाजार में अस्थिरता बढ़ जाती है। 2027 तक संभावित तेजी को देखते हुए यह निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प बना रहेगा। यह न केवल रिटर्न देता है बल्कि आर्थिक आपातकाल में भी मददगार साबित होता है।