Sivagiri double murder Case

Sivagiri double murder Case: पुलिस की नाकामी और बढ़ते अपराध पर जी.के. वासन की चिंता

Sivagiri double murder Case: तमिलनाडु के इरोड जिले के सिवगिरी में हाल ही में एक बुजुर्ग दंपत्ति की निर्मम हत्या ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। तमिल मानिला कांग्रेस (TMC) के अध्यक्ष जी.के. वासन ने इस मामले में पुलिस की धीमी जांच प्रक्रिया और राज्य में बढ़ते अपराधों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है और अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। आज जरूरत इस बात की है कि पुलिस अपने काम में पारदर्शिता और तेजी लाए।

सिवगिरी डबल मर्डर: बुजुर्ग दंपत्ति की बेरहमी से हत्या

1 मई 2025 को इरोड जिले के सिवगिरी में 75 वर्षीय किसान रामासामी और उनकी 70 वर्षीय पत्नी बक्कियम की उनके फार्महाउस में हत्या कर दी गई। दंपत्ति अकेले रहते थे और उनके घर से लगभग 10.75 सोने के सोवरेन गायब पाए गए। पुलिस का मानना है कि यह हत्या लूट के इरादे से की गई थी। घटनास्थल पर संघर्ष के निशान मिले हैं जिससे साफ है कि अपराधी पहले से तैयारी करके आए थे। उनके परिवार और गांववालों में गहरा डर बैठ गया है कि अगला शिकार कौन होगा।

पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा उपाय

हत्या के बाद, पुलिस ने इरोड, तिरुपुर और कोयंबटूर जिलों में अकेले रहने वाले बुजुर्गों और फार्महाउसों की पहचान करने के लिए सर्वेक्षण शुरू किया है। इसके अलावा, नहरों के पास गश्त बढ़ाई गई है और लोगों को सीसीटीवी कैमरे लगाने, पालतू कुत्ते पालने और ‘कवल उदव’ ऐप का उपयोग करने की सलाह दी गई है। हालांकि लोगों का कहना है कि ये उपाय सिर्फ दिखावे के लिए हैं, जब तक अपराधियों को पकड़ा नहीं जाएगा तब तक डर खत्म नहीं होगा। जनता चाहती है कि अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ कर सख्त सजा दी जाए।

जी.के. वासन की प्रतिक्रिया: कानून व्यवस्था पर सवाल

तमिल मानिला कांग्रेस के अध्यक्ष जी.के. वासन ने राज्य में बढ़ते अपराधों और पुलिस की निष्क्रियता पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में हत्या और डकैती के कई मामलों में कोई प्रगति नहीं हुई है। उन्होंने इन मामलों की सीबीआई जांच की मांग की है और कहा कि हाल ही में फार्महाउसों में हुई हत्याओं ने पश्चिमी जिलों के निवासियों में भय का माहौल बना दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब एक साल पुराने मामलों में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, तो लोग पुलिस पर कैसे भरोसा करें। उनका कहना है कि सरकार को हर जिले में निगरानी व्यवस्था को और मजबूत करना चाहिए।

 

विपक्षी दलों की आलोचना

भाजपा के राज्य अध्यक्ष नैनार नागेन्द्रन ने दावा किया है कि पिछले वर्ष की तुलना में राज्य में अपराध दर 52% बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि शराब के प्रभाव में हत्या, डकैती और यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर अपराधों में वृद्धि हुई है। उन्होंने डीएमके सरकार पर इन अपराधों को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस महकमा सरकार के दबाव में काम कर रहा है और स्वतंत्र रूप से जांच नहीं कर पा रहा। विपक्षी नेताओं ने यह भी मांग की है कि पुलिस को राजनीति से अलग रखा जाए और कानून को अपना काम करने दिया जाए।

सिवगिरी डबल मर्डर केस ने तमिलनाडु की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्य में बढ़ते अपराधों और पुलिस की निष्क्रियता ने लोगों में असुरक्षा की भावना बढ़ा दी है। जी.के. वासन और अन्य विपक्षी नेताओं की मांग है कि सरकार इन मामलों की गंभीरता से जांच करे और दोषियों को सजा दिलाए। यदि पुलिस और प्रशासन गंभीर नहीं हुए तो जनता का विश्वास तंत्र से उठ जाएगा। ऐसे में जरूरी है कि सरकार जल्द कार्रवाई करे और राज्य को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए।

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