Home Loan: होम लोन लेते समय ब्याज दर सबसे अहम पहलू होता है। बैंक दो तरह की ब्याज दरें देते हैं फिक्स्ड और फ्लोटिंग। फिक्स्ड ब्याज दर में आपकी EMI तय रहती है, जबकि फ्लोटिंग में समय-समय पर बदलाव होता है।
कई बार फ्लोटिंग रेट कम दिखाई देती है, लेकिन समय के साथ ये बढ़ सकती है, जिससे आपकी EMI बढ़ सकती है। इसलिए लोन लेते समय अपने बजट और लोन टेन्योर को ध्यान में रखकर ही निर्णय लें।
क्रेडिट स्कोर पर सबसे ज्यादा निर्भर करता है अप्रूवल
लोन लेने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर की जांच जरूर करें। 750 से ऊपर का स्कोर आपके लिए अच्छा माना जाता है और इससे आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आपका स्कोर कम है, तो बैंक लोन देने से मना कर सकता है या ज्यादा ब्याज दर ऑफर कर सकता है। इसलिए, लोन आवेदन से पहले पुराने बकायों को क्लियर करें और समय पर क्रेडिट बिल चुकाएं।
प्रोसेसिंग फीस और अन्य चार्जेज की पूरी जानकारी लें
लोन लेने के समय सिर्फ ब्याज दर ही नहीं, बल्कि अन्य चार्जेस भी जानना जरूरी है। बैंक प्रोसेसिंग फीस, टेक्निकल वैरिफिकेशन, और लॉजिकल चार्जेस के नाम पर अतिरिक्त रकम लेते हैं। यह चार्जेस अलग-अलग बैंकों में अलग हो सकते हैं, इसलिए सभी शुल्कों की जानकारी लिखित रूप में लें। इससे आप बाद में छिपे हुए खर्चों से बच सकते हैं।
लोन चुकाने की अवधि (टेन्योर) का सही चुनाव करें
लोन की अवधि तय करना भी बहुत जरूरी है। अगर आप लंबी अवधि के लिए लोन लेते हैं, तो आपकी EMI कम होगी लेकिन कुल ब्याज ज्यादा देना पड़ेगा। छोटी अवधि में EMI ज्यादा होती है लेकिन कुल भुगतान कम रहता है। इसलिए लोन टेन्योर का चुनाव अपने मासिक बजट को ध्यान में रखते हुए करें ताकि आप आर्थिक बोझ से बचे रहें और समय पर भुगतान कर सकें।
पूर्व भुगतान (Prepayment) और फोरक्लोजर के नियम जानना जरूरी
कई बार लोग लोन को जल्दी चुकाने की सोचते हैं, लेकिन हर बैंक इस पर अलग नियम लागू करता है। कुछ बैंक प्रीपेमेंट पर अतिरिक्त शुल्क लगाते हैं, तो कुछ इसे मुफ्त में भी स्वीकार करते हैं। इसलिए लोन लेते समय यह जरूर जांचें कि बैंक प्रीपेमेंट या फोरक्लोजर पर क्या नियम अपनाता है। इससे भविष्य में आप बिना किसी परेशानी के लोन जल्दी चुका सकते हैं।
निष्कर्ष:
अगर आप पहली बार होम लोन लेने जा रहे हैं, तो जल्दबाजी न करें। हर पहलू को समझें, दस्तावेजों को अच्छी तरह जांचें और बैंकों के नियमों का तुलनात्मक विश्लेषण करें। सही निर्णय से ना केवल आपको बेहतर डील मिलेगी, बल्कि भविष्य में आर्थिक परेशानी से भी बच सकेंगे।