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New Rules 01 September 2025: एफडी से लेकर ATM ट्रांजैक्शन तक 1 तारीख से बदल जाएंगे 5 नियम, आपकी जेब पर होगा असर

FD: 1 सितंबर 2025 से आपकी जेब से जुड़े कुछ जरूरी नियमों में बदलाव होने जा रहा है। अगर आप बैंकिंग, एफडी, एटीएम या डिजिटल लेनदेन करते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है। सरकार और रिजर्व बैंक ने मिलकर कुछ नए नियम लागू किए हैं जो आम लोगों की दिनचर्या और खर्चों पर सीधा असर डाल सकते हैं।

चलिए, सीधे मुद्दे पर आते हैं और जानते हैं वो 5 बड़े बदलाव जो 1 सितंबर 2025 से लागू हो जाएंगे।

1. एफडी (FD) पर ब्याज दरों का नया नियम

अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में पैसा लगाते हैं, तो अब ब्याज की गणना के तरीके में बदलाव हुआ है।
अब बैंक एफडी पर ब्याज की गणना हर महीने की जगह रियल-टाइम आधार पर करेंगे। इसका मतलब है कि जब भी आप एफडी करवाएंगे, उसी समय से ब्याज जुड़ना शुरू हो जाएगा।

🔹 फायदा:

  • ब्याज की पारदर्शिता बढ़ेगी

  • ब्याज का नुकसान नहीं होगा अगर आप महीने के बीच में एफडी करते हैं

🔹 नुकसान:

  • अगर समय से पहले एफडी तोड़ते हैं तो पेनल्टी चार्ज थोड़ा बढ़ा दिया गया है

2. ATM से कैश निकालने के नियम में बदलाव

अब एटीएम से कैश निकालने पर भी एक नया सिस्टम लागू होगा।
पहले हर महीने 5 ट्रांजैक्शन फ्री मिलते थे – अब वो केवल उसी बैंक के एटीएम से ही फ्री होंगे, अन्य बैंकों के एटीएम से कैश निकालने पर पहले से ज्यादा चार्ज लगेगा।

🔹 नया चार्ज:

  • अन्य बैंक के एटीएम से हर ट्रांजैक्शन पर ₹25 तक का चार्ज

  • पहले यह ₹20 था

🔹 ध्यान दें:

  • UPI या डिजिटल ट्रांसफर को बढ़ावा देने के लिए ये कदम लिया गया है

3. क्रेडिट कार्ड पेमेंट में नया नियम

अगर आप EMI पर क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करते हैं, तो 1 सितंबर से आपके बिलिंग साइकिल में बदलाव आएगा।
अब EMI ट्रांजैक्शन पर पहले महीने का ब्याज अलग से जोड़ा जाएगा, जो पहले नहीं होता था।

🔹 क्या बदला है?

  • पहले महीने में नो-कॉस्ट EMI का फायदा नहीं मिलेगा

  • इससे आपका पेमेंट थोड़ा महंगा हो सकता है

🔹 सुझाव:

  • EMI लेने से पहले फाइन चार्ज और ब्याज को ध्यान से पढ़ें

4. बैंकिंग सर्विस टाइमिंग में बदलाव

कुछ सरकारी बैंकों ने अपनी वर्किंग टाइमिंग बदली है। अब बैंक सुबह 9 बजे से खुलेंगे और शाम 4 बजे तक काम करेंगे।

🔹 किन्हें फर्क पड़ेगा?

  • जो लोग दोपहर या छुट्टी के बाद बैंक जाते थे

  • अब उन्हें अपने टाइम को मैनेज करना पड़ेगा

🔹 क्यों हुआ बदलाव?

  • डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने और ब्रांच पर भीड़ कम करने के लिए ये फैसला लिया गया है

5. यूपीआई लिमिट और चार्ज में बदलाव

अब कुछ बड़े ट्रांजैक्शन पर UPI से ट्रांसफर करने पर नया चार्ज लगेगा, खासकर अगर आप ₹1 लाख से ज्यादा का ट्रांजैक्शन करते हैं।

🔹 नया नियम:

  • ₹1 लाख से ऊपर के ट्रांजैक्शन पर 0.5% तक का चार्ज

  • लेकिन यह चार्ज व्यक्तिगत उपयोग पर नहीं, केवल बिजनेस अकाउंट पर लागू होगा

🔹 व्यक्तिगत UPI यूजर्स के लिए

  • ₹1 लाख तक ट्रांसफर अभी भी फ्री रहेगा

  • कोई टेंशन की बात नहीं अगर आप आम उपयोगकर्ता हैं

निचोड़ – आपके पैसे की प्लानिंग अब और जरूरी

तो भाई, अब जब इतने सारे बदलाव 1 सितंबर 2025 से लागू हो रहे हैं, तो ज़रूरी है कि आप अपने खर्च, बैंकिंग और निवेश की रणनीति दोबारा सोचें।

  • एटीएम ट्रांजैक्शन लिमिट पर नजर रखें

  • UPI का समझदारी से इस्तेमाल करें

  • EMI और FD से जुड़े नियमों को समझकर ही फाइनेंशियल डिसीजन लें

इन बदलावों का मकसद साफ है – डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देना, पारदर्शिता लाना और सिस्टम को अपग्रेड करना। लेकिन साथ में हमें भी थोड़ा जागरूक होना पड़ेगा।

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