Jammu & Kashmir

आतंकियों के दो मददगार दबोचे गए, सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी: Jammu & Kashmir

Jammu & Kashmir : जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर सुरक्षाबलों ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। शोपियां जिले के डीके पोरा इलाके में सुरक्षाबलों की सजगता और संयुक्त अभियान के चलते दो आतंकी मददगारों को धर दबोचा गया। इन गिरफ्तारियों से न केवल क्षेत्र में शांति बनाए रखने में मदद मिलेगी बल्कि आतंकी नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में यह एक अहम कदम साबित हो सकता है।

शोपियां में चला संयुक्त ऑपरेशन

शोपियां जिले में हाल ही में सुरक्षा बलों द्वारा एक संयुक्त अभियान चलाया गया, जिसमें सेना की 34RR यूनिट, एसओजी शोपियां और सीआरपीएफ की 178वीं बटालियन ने मिलकर ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन के दौरान डीके पोरा क्षेत्र में दो संदिग्धों को पकड़ने में सफलता मिली, जिन पर आतंकियों की सहायता करने का गंभीर आरोप है। शुरुआती जांच में इन दोनों के पास से पिस्तौल, चार ग्रेनेड, 43 जिंदा राउंड और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। इन सबूतों से यह साफ है कि ये लोग सक्रिय रूप से आतंकियों को हथियार और अन्य संसाधन मुहैया करा रहे थे।

 

सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी सफलता

इस कार्रवाई के पीछे सुरक्षा एजेंसियों की गहरी प्लानिंग और इंटेलिजेंस इनपुट का हाथ रहा। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में आतंकियों और उनके नेटवर्क पर शिकंजा कसने की मुहिम और तेज़ कर दी गई थी। उसी रणनीति के तहत सुरक्षाबलों ने गुप्त सूचनाओं के आधार पर यह ऑपरेशन शुरू किया था। इस कामयाबी से यह स्पष्ट होता है कि सुरक्षा एजेंसियां लगातार सक्रिय हैं और आतंकियों के नेटवर्क को तहस-नहस करने के लिए कमर कस चुकी हैं।

आतंकी हमलों की पृष्ठभूमि और कड़ी कार्रवाई

 

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। इस हमले के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था और आतंकियों व उनके मददगारों की धरपकड़ के लिए विशेष टीमें गठित की गईं। पिछले कुछ महीनों में सुरक्षाबलों ने कई ऑपरेशनों के तहत आतंकियों को मार गिराया है और उनके ठिकानों को ध्वस्त किया है। यह ताजा गिरफ्तारी भी उसी श्रृंखला का हिस्सा है, जो आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के तहत की जा रही है।

जांच जारी, एफआईआर दर्ज

गिरफ्तार किए गए दोनों आतंकियों के मददगारों से फिलहाल कड़ी पूछताछ की जा रही है। सुरक्षाबलों को आशंका है कि इनसे और भी महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिल सकती हैं, जिससे अन्य आतंकियों के ठिकानों और सहयोगियों की जानकारी प्राप्त की जा सके। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ये कार्रवाई सिर्फ दो लोगों की गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि एक बड़े नेटवर्क के ध्वस्तीकरण की शुरुआत भी हो सकती है।

 

जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल रखने के लिए सुरक्षाबलों का यह प्रयास सराहनीय है। आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ लगातार चल रहे अभियान ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां हर मोर्चे पर सतर्क हैं। शोपियां में की गई ताजा कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ देश की मजबूत नीति और संकल्प का प्रमाण है। ऐसे ऑपरेशनों से न सिर्फ क्षेत्र में स्थायित्व आता है, बल्कि आम नागरिकों को भी यह भरोसा मिलता है कि देश की सुरक्षा ताकतवर हाथों में है।

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