चंडीगढ़ school update

चंडीगढ़ में 39 दिन तक बंद रहेंगे सभी स्कूल, विभाग ने किया बड़ा ऐलान: School Holidays

School Holidays: गर्मी ने इस बार उत्तर भारत में काफी तेज असर दिखाना शुरू कर दिया है। चंडीगढ़ समेत पूरे हरियाणा और आसपास के इलाकों में लगातार बढ़ते तापमान ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। इसी को देखते हुए अब शिक्षा विभाग ने चंडीगढ़ यूटी में भी गर्मी की छुट्टियों का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि शहर के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल 23 मई से लेकर 30 जून तक पूरी तरह बंद रहेंगे। इस बार की छुट्टियां पूरे 39 दिन तक चलेंगी, जिसके बाद एक जुलाई से स्कूल फिर से खुलेंगे और सामान्य रूप से पढ़ाई दोबारा शुरू होगी।

शिक्षा विभाग का यह फैसला पूरी तरह से मौसम की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। दिन-ब-दिन बढ़ती गर्मी, चिलचिलाती धूप और बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए यह जरूरी समझा गया कि छात्रों को इस तेज गर्मी से कुछ राहत दी जाए। खास बात यह है कि चंडीगढ़ प्रशासन का यह फैसला सिर्फ बच्चों के लिए नहीं, बल्कि शिक्षकों और स्कूल स्टाफ के लिए भी जरूरी निर्देशों के साथ आया है।

मिली जानकारी के मुताबिक, शिक्षा विभाग ने छुट्टियों के दौरान छात्रों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए शिक्षकों को यह निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने छात्रों को पर्याप्त होमवर्क दें। इससे बच्चों की पढ़ाई छुट्टियों के दौरान भी बनी रहेगी और वे नए सेशन की शुरुआत में पिछड़ेंगे नहीं। इसके साथ-साथ छात्रों के लिए गर्मियों की छुट्टियों में राष्ट्रीय सेवा योजना यानी एनएसएस कैंप भी आयोजित किए जाएंगे। इन कैंपों के जरिए बच्चों को सामाजिक कार्यों से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। स्कूलों को जल्द ही इन कैंपों की तारीख और अन्य जरूरी जानकारियां विभाग द्वारा भेज दी जाएंगी।

 

छुट्टियों के दौरान भले ही छात्र स्कूल में उपस्थित नहीं रहेंगे, लेकिन स्कूलों में प्रशासनिक कार्य सुचारू रूप से चलते रहेंगे। स्कूलों में क्लेरिकल स्टाफ, ग्रुप डी कर्मचारी और प्रिंसिपल अपनी ड्यूटी पर बने रहेंगे ताकि जरूरी विभागीय कार्य, पत्राचार और सरकारी आदेशों का पालन ठीक से हो सके। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि छुट्टियों के दौरान भी कोई काम अधूरा न रहे और समय पर विभाग को सभी जवाब और रिपोर्ट भेजी जा सकें।

इसके अलावा, शिक्षकों को भी छुट्टियों के दौरान रोस्टर सिस्टम के तहत दो-दो दिन की ड्यूटी पर बुलाया जाएगा। इसका मतलब यह है कि शिक्षक भी पूरी छुट्टियों के दौरान घर पर नहीं रहेंगे, बल्कि उन्हें तय तारीखों पर स्कूल आकर अपनी जिम्मेदारियां निभानी होंगी। इस ड्यूटी में होमवर्क की निगरानी, प्रशासनिक सहयोग और एनएसएस कैंप की तैयारी जैसे काम शामिल होंगे।

 

इस फैसले से यह साफ हो गया है कि शिक्षा विभाग ने गर्मी की स्थिति को गंभीरता से लिया है और छात्रों की सेहत और पढ़ाई दोनों को ध्यान में रखते हुए संतुलित कदम उठाया है। चंडीगढ़ में गर्मी की छुट्टियां अब सिर्फ आराम का समय नहीं रहेंगी, बल्कि इस दौरान भी बच्चों की शिक्षा और सामाजिक विकास को प्राथमिकता दी जाएगी। स्कूलों के प्रबंधन और शिक्षकों की भूमिका भी इस दौरान अहम रहने वाली है, ताकि हर कार्य तय समय पर पूरा हो सके।

इस तरह चंडीगढ़ में गर्मी की छुट्टियां एक नई व्यवस्था के तहत मनाई जाएंगी, जिसमें छात्रों की सेहत, पढ़ाई और सामाजिक जुड़ाव – तीनों का पूरा ख्याल रखा जाएगा।

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