India News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर पूरे देश के दौरे पर निकल पड़े हैं, और इस बार उनका तीन दिन का दौरा सिर्फ राजनीति या भाषण तक सीमित नहीं है। इस बार उनके कदम उठे हैं विकास, जवाब और भरोसे की तीन बड़ी तस्वीर लेकर। एक तरफ पाकिस्तान को करारा जवाब देने की तैयारी है, तो दूसरी ओर देश के भीतर खासकर बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल को बड़ी योजनाओं की सौगात मिल रही है।
PM मोदी का यह दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब देश में चुनावी गर्मी भी है, सुरक्षा को लेकर नई चुनौतियाँ भी हैं और विकास की मांग भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में तीन दिन में पांच राज्यों का ये तूफानी दौरा सिर्फ एक “कार्यक्रम” नहीं बल्कि एक संदेश भी है—देश की सुरक्षा भी जरूरी है और विकास भी।
बिहार में मिली बड़ी योजनाओं की सौगात
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दौरे की शुरुआत बिहार से की, जहां उन्होंने करीब 25,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें सड़कों का चौड़ीकरण, रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण, पुलों का निर्माण, और बिजली वितरण योजनाएं शामिल थीं।
पटना, दरभंगा और भागलपुर जैसे शहरों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी, जहां मोदी ने साफ कहा कि अब बिहार को उसकी विकास की गति और नई पहचान मिलने वाली है। उन्होंने ये भी कहा कि जो राज्य कभी “बैकवर्ड” की लिस्ट में था, आज वो नए भारत की विकासधारा में सबसे आगे आने को तैयार है। इस दौरे के जरिए उन्होंने बिहार को न सिर्फ योजनाओं की सौगात दी, बल्कि वहां की राजनीति में भी गर्मी ला दी है।
पाकिस्तान को मिला स्पष्ट संदेश
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के पोखरण में शौर्य दिवस के मौके पर सेना के जवानों से मुलाकात की। यहां पर उन्होंने पाकिस्तान पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा कि भारत अब जवाब देने में देर नहीं करता, बल्कि घर में घुसकर देता है।
यह बयान ऐसे समय आया है जब सीमा पर पाकिस्तान की ओर से फिर से घुसपैठ की खबरें सामने आ रही हैं। मोदी ने कहा कि अब भारत की सेना पहले जैसी नहीं रही, अब हर मोर्चे पर तैयार है और जवाब देने में सक्षम है। उन्होंने यह भी साफ किया कि सीमा सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, चाहे हालात जैसे भी हों।
उत्तर प्रदेश और तेलंगाना को मिला निवेश का भरोसा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दौरे में उत्तर प्रदेश के वाराणसी और तेलंगाना के हैदराबाद को भी शामिल किया। वाराणसी में उन्होंने स्मार्ट सिटी के तहत चल रही योजनाओं की समीक्षा की और कई नई योजनाओं का उद्घाटन किया। घाटों का सौंदर्यीकरण, नदियों की सफाई और लोकल रोजगार के लिए शुरू की गई योजनाओं को जनता ने काफी सराहा।
तेलंगाना में मोदी ने इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मा सेक्टर में आने वाले निवेश की नींव रखी। उन्होंने यह संदेश दिया कि आने वाला भारत सिर्फ मेट्रो सिटी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि छोटे शहरों को भी उद्योग और रोज़गार का हब बनाया जाएगा। इस दौरे का मकसद सिर्फ सरकार की योजनाएं गिनाना नहीं था, बल्कि लोगों को यह यकीन दिलाना था कि विकास अब सबके दरवाज़े तक पहुंचेगा।
पश्चिम बंगाल में सामाजिक योजनाओं की झड़ी
अपने दौरे के तीसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे पश्चिम बंगाल, जहां उन्होंने महिला कल्याण, ग्रामीण आवास, और किसान योजनाओं से जुड़े नए प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया। खास बात यह रही कि उन्होंने यहां लाभार्थियों से सीधा संवाद भी किया और उनकी समस्याएं सुनीं।
यहां प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक अंतिम व्यक्ति को योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा, तब तक उनकी सरकार चैन से नहीं बैठेगी। उन्होंने बंगाल की धरती से यह भी दोहराया कि डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और महिला सशक्तिकरण जैसे मिशन को अब गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा।