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बैंक लॉकर से सामान गायब हो गया तो कितना मिलेगा मुआवजा, जानिए RBI के नए नियम Bank Locker Rule

Bank Locker Rule: अगर आप भी अपने कीमती सामान को सुरक्षित रखने के लिए बैंक लॉकर लेने का सोच रहे हैं, तो ये जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। बैंक लॉकर लेने से पहले उसके नियम, फायदे और खर्च को समझना बहुत जरूरी है। कहीं ऐसा न हो कि सुरक्षा की चाह में आप कुछ अहम बातें भूल जाएं। इस लेख में हम आपको बिलकुल सरल और आसान भाषा में बैंक लॉकर से जुड़ी सभी जरूरी बातें बताएंगे। जानिए कैसे लें बैंक लॉकर और क्या हैं उससे जुड़ी अहम बातें।

बैंक लॉकर लेने की प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज

अगर आप भी बैंक लॉकर लेने की योजना बना रहे हैं तो सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि आपको किस बैंक की किस शाखा में लॉकर चाहिए। इसके लिए आपको उस शाखा में जाकर आवेदन देना होता है। ध्यान रखें कि बैंक लॉकर की सुविधा “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर दी जाती है, इसलिए अगर उस शाखा में सभी लॉकर पहले से बुक हैं तो आपको वेटिंग लिस्ट में रखा जाएगा और तब ही आपको लॉकर मिलेगा जब कोई लॉकर खाली होगा। लॉकर लेने के लिए जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड या पैन कार्ड, हाल की पासपोर्ट साइज फोटो, पहचान पत्र और निवास प्रमाण पत्र शामिल होते हैं। इसके अलावा, बैंक खाते में न्यूनतम राशि भी होनी चाहिए क्योंकि बैंक उन्हीं ग्राहकों को लॉकर देते हैं जिनका उस बैंक में खाता हो और उसमें कुछ बैलेंस मौजूद हो।

बैंक लॉकर चोरी या नुकसान पर RBI के नियम और मुआवजा

यदि लॉकर में रखा सामान चोरी हो जाता है या धोखाधड़ी का शिकार होता है तो RBI के नए नियमों के तहत बैंक की जिम्मेदारी सालाना किराए के 100 गुना तक मुआवजा देने तक सीमित होती है। उदाहरण के लिए, अगर आपने लॉकर के लिए 2000 रुपये सालाना किराया दिया है, तो अधिकतम 2 लाख रुपये तक मुआवजा दिया जा सकता है।

बैंक बिना लिखित सूचना के लॉकर नहीं खोल सकते। प्राकृतिक आपदाओं जैसे आग, भूकंप या बाढ़ में बैंक जिम्मेदार नहीं होते, लेकिन चोरी या डकैती जैसी घटनाओं के लिए बैंक अपनी शाखाओं का बीमा कराते हैं ताकि नुकसान की भरपाई हो सके।

 

बैंक लॉकर का शुल्क और फीस का फर्क

बैंक लॉकर का सालाना चार्ज हर बैंक में अलग-अलग होता है और यह लॉकर के साइज और शाखा की लोकेशन पर निर्भर करता है। SBI में यह 2000 रुपये से लेकर 12000 रुपये तक हो सकता है, कैनरा बैंक में 2000 से 10000 रुपये, HDFC बैंक में 3000 से 20000 रुपये तक, ICICI बैंक में 1200 से 5000 रुपये और PNB में 1250 से 10000 रुपये तक हो सकता है। इस प्रकार आपकी जरूरत और बजट के हिसाब से बैंक लॉकर का चुनाव करना आसान होता है।

 

बैंक लॉकर का सुरक्षित उपयोग और ध्यान रखने वाली बातें

बैंक लॉकर पूरी तरह से सुरक्षित होते हैं और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इसकी सुरक्षा और मजबूत हो गई है। अब चोरी या धोखाधड़ी की स्थिति में बैंक को लॉकर किराए के 100 गुना तक मुआवजा देना होगा। इसलिए लॉकर में अत्यधिक मूल्यवान वस्तुएं रखने से बचना चाहिए। लॉकर की फीस समय पर जमा करें, लॉकर की ब्रांच आपके घर के पास हो तो बेहतर है, लॉकर में रखी वस्तुओं की लिस्ट अपने पास रखें और समय-समय पर चेक करते रहें। बैंक के साथ किया गया एग्रीमेंट और लॉकर की चाबी संभाल कर रखें। बैंक लॉकर में नकद पैसे रखना मना है और इसमें रखे सामान का बीमा नहीं होता, इसलिए सोच-समझकर ही सामान रखें।

बैंक लॉकर आपकी कीमती चीजों को सुरक्षित रखने का एक बढ़िया तरीका है, लेकिन इसके नियमों को समझना बेहद जरूरी है। हमेशा सावधानी और समय पर भुगतान से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें। समझदारी से निर्णय लें और अपने सामान को सुरक्षित रखें।

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