CIBIL Score

CIBIL Score: कितने दिनों में सुधरता है खराब सिबिल स्कोर, जान लें सिबिल स्कोर ठीक करने का सॉलिड तरीका

CIBIL Score Update: CIBIL स्कोर किसी भी व्यक्ति की क्रेडिट हेल्थ का आईना होता है। यह स्कोर आपके द्वारा लिए गए लोन और क्रेडिट कार्ड के भुगतान की हिस्ट्री पर आधारित होता है। स्कोर कम होने से लोन या क्रेडिट कार्ड अप्रूव होने में दिक्कत आती है, वहीं अच्छा स्कोर फाइनेंशियल सेफ्टी और कम ब्याज दर में लोन प्राप्त करने में मदद करता है।

भारत में ज्यादातर बैंक और NBFC लोन देने से पहले CIBIL स्कोर जरूर चेक करते हैं। स्कोर 750 या उससे अधिक रहने पर लोन और क्रेडिट लिमिट आसानी से बढ़ाई जा सकती है। इसलिए समय पर भुगतान और क्रेडिट रिपेमेंट करना इस स्कोर को बनाए रखने में जरूरी है।

खराब स्कोर सुधारने की समयसीमा

खराब CIBIL स्कोर तुरंत नहीं सुधरता, इसमें समय लगता है। आमतौर पर स्कोर सुधारने में 3 से 6 महीने का समय लग सकता है, बशर्ते कि आप अपने सभी क्रेडिट भुगतान समय पर करना शुरू कर दें। यदि आपके ऊपर पहले से कोई डिफॉल्ट या बकाया है तो उसे तुरंत चुकाना आवश्यक होता है।

लोन और क्रेडिट कार्ड के पुराने बकाया को चुकाने के बाद अगले अपडेट में स्कोर में सुधार दिखना शुरू हो सकता है। धीरे-धीरे समय पर EMI और बिल भुगतान करते रहने से स्कोर लगातार बेहतर होता जाएगा। नियमित भुगतान और पुरानी गलती न दोहराना स्कोर को स्थाई रूप से बेहतर बनाता है।

भुगतान अनुशासन का पालन

समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करना CIBIL स्कोर सुधारने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है। देर से भुगतान या मिस्ड भुगतान की वजह से स्कोर तेजी से गिरता है और इसे सुधारने में ज्यादा समय लगता है। भुगतान में अनुशासन बनाए रखने के लिए ऑटो-डेबिट सेट कर सकते हैं। भविष्य में स्कोर अच्छा बनाए रखने के लिए क्रेडिट लिमिट का ज्यादा उपयोग न करें। 30% क्रेडिट लिमिट तक खर्च करना और समय पर उसका भुगतान कर देना स्कोर को बढ़ाने में मदद करता है। इसका सीधा असर आपके फाइनेंशियल इमेज और बैंक के नजरिए पर पड़ता है।

पुराना बकाया चुकाने की प्रक्रिया

यदि आपके ऊपर पुराना बकाया या ओवरड्यू है तो उसे प्राथमिकता से चुकाएं। पुराने बकाया को सिंगल पेमेंट या इंस्टॉलमेंट में क्लियर करने पर बैंक इसे CIBIL को रिपोर्ट करता है। इसके बाद आपके स्कोर में सकारात्मक बदलाव दिखने लगता है।

बकाया चुकाने के बाद बैंक या NBFC से नो ड्यू सर्टिफिकेट लेना जरूरी है। इससे भविष्य में किसी तरह की डिस्क्रेपेंसी नहीं होगी और CIBIL स्कोर सही तरीके से अपडेट होगा। अगर गलत रिपोर्टिंग के कारण स्कोर कम है तो बैंक में शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

क्रेडिट मिक्स का महत्व

स्कोर सुधारने के लिए अच्छा क्रेडिट मिक्स बनाए रखना जरूरी है। इसमें सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड दोनों प्रकार के लोन का संतुलन होना चाहिए। सिर्फ क्रेडिट कार्ड पर निर्भर रहने के बजाय पर्सनल लोन, होम लोन और कार लोन जैसे सिक्योर्ड लोन को समय पर चुकाना स्कोर को मजबूत बनाता है।

अच्छा क्रेडिट मिक्स और नियमित भुगतान से स्कोर में स्थिरता आती है। नए लोन लेने से पहले पुराने लोन को बंद करना जरूरी नहीं है, बल्कि समय पर उनका भुगतान करते रहना स्कोर सुधार में सहायक होता है। इससे भविष्य में उच्च अमाउंट के लोन आसानी से अप्रूव हो सकते हैं।

CIBIL स्कोर सुधारने की स्थायी आदतें

स्कोर सुधारना सिर्फ एक बार की प्रक्रिया नहीं है, इसे बनाए रखने के लिए सतत प्रयास जरूरी है। समय पर भुगतान, कम क्रेडिट उपयोग, सही क्रेडिट मिक्स और नियमित स्कोर मॉनिटर करना जरूरी होता है। इससे स्कोर में स्थायी सुधार आता है।

क्रेडिट स्कोर सुधरने के बाद भी लापरवाही न करें। नियमित चेक करते रहें और किसी भी गलत जानकारी पर तुरंत बैंक और CIBIL में शिकायत दर्ज करें। इससे भविष्य में फाइनेंशियल सेफ्टी और बेहतर लोन अप्रूवल में सुविधा बनी रहती है।

Scroll to Top