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Gold Rate: दिसंबर 2025 तक 10 ग्राम गोल्ड के रेट कहां पहुंचेंगे, एक्सपर्ट ने बताया

Gold Rate: सोने के दाम की बात हो और लोगों की नज़र न जाए, ऐसा हो ही नहीं सकता। चाहे शादी का मौसम हो या निवेश की प्लानिंग, हर कोई यही पूछता है, सोना महंगा होगा या सस्ता? और अब जब साल 2025 आधा बीत चुका है, लोगों की दिलचस्पी दिसंबर 2025 के सोने के रेट को लेकर और भी बढ़ गई है। बाजार में हलचल है, एक्सपर्ट्स भी एक्टिव हो चुके हैं और सवाल सबका एक ही है, 10 ग्राम गोल्ड का रेट आखिर साल के अंत तक कहां पहुंचेगा?

अभी क्या हाल है गोल्ड के रेट का

फिलहाल जून 2025 में 10 ग्राम सोने का रेट करीब 72,000 रुपये के आसपास घूम रहा है। कुछ दिन पहले तक इसमें थोड़ी गिरावट थी, लेकिन पिछले हफ्ते से फिर इसमें मजबूती आने लगी है। एक्सपर्ट मानते हैं कि डॉलर में कमजोरी और विदेशी बाज़ारों से मिल रहे संकेतों के चलते सोने के रेट में स्थिरता बनी हुई है।

भारत में सोने का रेट वैसे तो इंटरनेशनल मार्केट पर निर्भर करता है, लेकिन लोकल फैक्टर्स जैसे त्योहारी सीजन, शादी-ब्याह की डिमांड और GST जैसे टैक्स स्ट्रक्चर भी इसमें बड़ी भूमिका निभाते हैं। ऐसे में सिर्फ ग्राफ देख कर कुछ तय नहीं किया जा सकता। बाजार की चाल को समझना जरूरी है।

दिसंबर तक क्या बोले एक्सपर्ट्स

अब बात करते हैं उस अनुमान की, जो सभी को जानना है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर कोई बड़ी जियोपॉलिटिकल हलचल नहीं होती, तो दिसंबर 2025 तक सोने का रेट 10 ग्राम के लिए 75,000 रुपये से 78,000 रुपये तक पहुंच सकता है। कुछ रिपोर्ट्स तो यहां तक कह रही हैं कि अगर डॉलर और कच्चे तेल की चाल में तेज़ी आती है, तो सोना 80,000 रुपये तक भी जा सकता है।

लेकिन यह भी ध्यान देना होगा कि हर तेजी के बाद मुनाफावसूली आती है। यानि ये जरूरी नहीं कि रेट सीधा ऊपर ही जाए। बीच में गिरावटें भी आएंगी। एक्सपर्ट यही सलाह देते हैं कि अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए सोच रहे हैं, तो अभी थोड़ा-थोड़ा करके सोना लेना शुरू करें। एक बार में सारा पैसा लगाना सही नहीं रहेगा।

क्यों बढ़ता है सोने का रेट?

देखो, सोना सिर्फ गहनों के लिए नहीं होता, लोग इसे सेफ इन्वेस्टमेंट भी मानते हैं। जब शेयर बाजार या रुपया कमजोर होता है, तो लोग सोने की ओर भागते हैं। यही डिमांड बढ़ा देती है और भाव चढ़ जाते हैं।

इसके अलावा विदेशी बाजार में जैसे-जैसे अनिश्चितता बढ़ती है, वहां के बड़े निवेशक भी गोल्ड में पैसा लगाते हैं। इसी का असर भारत पर भी पड़ता है। और जब दुनिया में अमेरिका, चीन, रूस जैसे देशों के बीच तनाव बढ़ता है, तो सोने को सुरक्षित संपत्ति माना जाता है। इसीलिए भाव बढ़ जाते हैं।

क्या ये खरीदने का सही वक्त है?

अगर आप सोना सिर्फ गहनों के लिए खरीदना चाहते हैं, तो अभी के रेट थोड़े ऊपर हैं, लेकिन भविष्य के हिसाब से सही माने जा सकते हैं। एक्सपर्ट कहते हैं कि थोड़ा-थोड़ा करके खरीदो, ताकि अगर भाव नीचे जाएं तो नुकसान कम हो और अगर ऊपर जाएं तो फायदे में रहो।

लेकिन अगर आप गोल्ड ETF या डिजिटल गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं, तो ये एक अच्छा मौका हो सकता है लॉन्ग टर्म के लिए। बाजार के जानकारों का यही कहना है कि सोना 2025 के अंत तक धीरे-धीरे चढ़ सकता है, इसलिए बिना जल्दबाज़ी के सोच-समझकर कदम बढ़ाओ।

लोकल बाजार में क्या चल रहा है माहौल

अगर आप किसी सुनार की दुकान पर जाएंगे, तो आपको साफ महसूस होगा कि लोग अभी से पूछताछ में जुटे हैं। शादी के ऑर्डर पहले ही बुक हो रहे हैं और कई लोग डर के मारे अभी से खरीदारी शुरू कर रहे हैं कि कहीं रेट और न बढ़ जाए।

कई शहरों में तो यह भी देखने को मिला है कि गोल्ड लोन लेने वालों की संख्या भी बढ़ रही है, क्योंकि लोगों को भरोसा है कि सोना एक मजबूत बैकअप है। यह साफ दिखाता है कि लोगों का भरोसा अभी भी गोल्ड पर पहले जैसा ही है।

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