Gold Rate : अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्होंने बीते ढाई साल में सोने में पैसा लगाया था, तो आपके लिए ये खबर सुनकर चेहरे पर मुस्कान आना तय है। वजह ये कि सोने ने बीते 30 महीनों में 125% तक का रिटर्न दिया है, यानी दोगुने से भी ज्यादा। ये वही सोना है जो कभी ₹45,000 प्रति 10 ग्राम पर मिल रहा था और अब ₹74,000 से ऊपर जा चुका है।
लोगों ने शुरू में इसे महंगा मानकर हाथ पीछे खींचे, लेकिन जो निवेशक समझदारी से सोने में टिके रहे, आज उनके पैसे ने जबरदस्त कमाई की है। अब सवाल ये है कि क्या आगे भी ऐसा ही फायदा होता रहेगा या अब सोना धीमा पड़ेगा? बाजार के जानकारों ने जो संकेत दिए हैं, वो बहुत कुछ कह रहे हैं।
सोने में अब तक की रफ्तार
पिछले 30 महीनों की बात करें तो 2022 की शुरुआत में सोना ₹45,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास था। कोविड के बाद के दौर में लोगों का झुकाव सुरक्षित निवेश की ओर हुआ और सोना एक बार फिर लोगों की पहली पसंद बन गया।
जैसे-जैसे डॉलर कमजोर हुआ, महंगाई बढ़ी, और ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव हुआ, सोने की मांग दुनिया भर में बढ़ती गई। खासकर भारत जैसे देशों में तो सोना सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि सामाजिक-आर्थिक प्रतिष्ठा का भी प्रतीक है। इसी का नतीजा रहा कि सोने की कीमतें रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड तोड़ती रहीं।
क्यों इतना चढ़ा सोना
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, सोने में आई इस तेजी के पीछे कई वजहें हैं। सबसे पहली वजह है अंतरराष्ट्रीय अनिश्चितता, रूस-यूक्रेन युद्ध, अमेरिका-चीन के बीच तनाव, और मिडल ईस्ट में हालिया हालात। ऐसे में निवेशकों को सोना सबसे सुरक्षित विकल्प लगता है।
दूसरी बड़ी वजह रही डॉलर इंडेक्स का कमजोर होना। जब डॉलर की कीमत घटती है, तो सोने की मांग बढ़ती है क्योंकि ये ग्लोबल कमोडिटी है। तीसरी वजह रही बैंकों की तरफ से ब्याज दरों में बदलाव। जैसे ही ब्याज दरें स्थिर होने लगीं, निवेशकों ने शेयर बाजार से पैसा निकालकर सोने की तरफ मोड़ा।
क्या अब भी सही समय है सोना खरीदने का
ये सवाल हर निवेशक के मन में है। कुछ लोग सोचते हैं कि अब तो दाम बहुत ऊपर हैं, कहीं खरीदने के बाद गिरावट ना आ जाए। वहीं कुछ लोग मानते हैं कि सोने की चमक अभी और बचेगी। एक्सपर्ट्स की राय इस पर थोड़ी बंटी हुई है, लेकिन ज्यादातर जानकारों का कहना है कि लंबे समय के लिए निवेश करने वालों के लिए अब भी सोना एक सुरक्षित विकल्प है।
अगर आप ट्रेडिंग की सोच रहे हैं तो मौजूदा रेट पर थोड़ी सावधानी जरूरी है। लेकिन अगर आप 2 से 3 साल की प्लानिंग से सोने में पैसा लगाते हैं तो फायदा मिलने की संभावना काफी अधिक है।
आगे के ट्रेंड्स क्या कह रहे हैं
अंतरराष्ट्रीय मार्केट में फिलहाल सोने का रुख मजबूत बना हुआ है। अमेरिका में फेडरल रिजर्व अगर ब्याज दरों को स्थिर रखता है या घटाता है, तो सोने को फिर से मजबूती मिलेगी। वहीं भारत में त्योहारी और शादी का सीजन शुरू होते ही डिमांड और बढ़ेगी, जिससे दाम फिर से चढ़ सकते हैं।
एक्सपर्ट मानते हैं कि अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो साल 2025 के अंत तक सोना ₹80,000 प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। हालांकि, इसमें छोटी-मोटी गिरावट आती रहेगी, लेकिन दीर्घकालिक ग्रोथ का ट्रेंड अभी भी पॉजिटिव ही है।
निवेश की आदत बदल रही है
पिछले कुछ सालों में यह देखा गया है कि लोग अब फिजिकल गोल्ड की बजाय डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ETF और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की ओर बढ़ रहे हैं। इससे न केवल सुरक्षा बनी रहती है, बल्कि स्टोरेज और टैक्स जैसी परेशानियां भी कम होती हैं।
रिजर्व बैंक और सरकार भी चाहती है कि लोग सोने को इन्वेस्टमेंट के तौर पर समझें, सिर्फ गहनों तक सीमित न रखें। यही वजह है कि गोल्ड बॉन्ड जैसे विकल्पों को बढ़ावा दिया जा रहा है। निवेशक भी अब इस बात को समझ रहे हैं कि सोना सिर्फ पहनने की चीज़ नहीं, बल्कि बढ़िया रिटर्न देने वाला एसेट भी है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें। बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य हैं