Gold Rate: 2025 में सोने की कीमतों को लेकर बाजार में बड़ी चर्चा शुरू हो गई है। वैश्विक बाजार की स्थितियां, डॉलर इंडेक्स और ब्याज दरों में बदलाव के कारण सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2025 में सोना महंगा हो सकता है, क्योंकि भू-राजनीतिक तनाव और डॉलर में कमजोरी इसके दाम को ऊपर ले जा सकती है।
देश में निवेशकों की दिलचस्पी भी लगातार बढ़ रही है। ब्याज दरों में स्थिरता और डॉलर में गिरावट से सोने की मांग में तेजी आ सकती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आने वाले समय में सोना लंबी अवधि के निवेश के लिए बेहतर विकल्प बन सकता है।
ग्लोबल मार्केट और डॉलर का असर
सोने की कीमतों पर ग्लोबल मार्केट का सीधा असर पड़ता है। यदि अमेरिका में ब्याज दरें स्थिर रहती हैं या घटाई जाती हैं, तो डॉलर कमजोर होगा और सोना महंगा होगा। वहीं, यदि डॉलर मजबूत रहता है तो सोने की कीमतों में गिरावट संभव है। विश्व में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव भी सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध, पश्चिम एशिया में तनाव जैसी घटनाओं के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ते हैं, जिससे सोने की कीमतें बढ़ने लगती हैं। 2025 में भी ऐसा ही ट्रेंड जारी रहने की संभावना जताई जा रही है।
भारत में सोने की मांग और खरीदारी का रुझान
भारत में त्योहारी सीजन और शादियों के सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है। 2025 में भी भारतीय बाजार में सोने की खपत में इजाफा होने की संभावना है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि महंगाई बढ़ने पर निवेशक सोने को सुरक्षित विकल्प मानते हैं और इसकी ओर आकर्षित होते हैं। सरकार के सोने पर इम्पोर्ट ड्यूटी और अन्य करों में बदलाव भी सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं। अगर इम्पोर्ट ड्यूटी में कोई बदलाव नहीं होता तो सोने की कीमतें ग्लोबल ट्रेंड के साथ आगे बढ़ेंगी। 2025 में भी इसी तरह की स्थिति रहने की संभावना है।
निवेश के लिए सोना क्यों रहेगा बेहतर
2025 में अगर आप सुरक्षित निवेश विकल्प की तलाश में हैं तो सोना एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। सोना महंगाई के समय में एक अच्छा हेज साबित होता है और निवेशक इसके जरिए अपने पोर्टफोलियो को संतुलित कर सकते हैं। सोने में निवेश के लिए फिजिकल गोल्ड, गोल्ड ETF और गोल्ड बॉन्ड जैसे विकल्प मौजूद हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लंबी अवधि के लिए सोने में निवेश करने से अच्छा रिटर्न मिल सकता है। आने वाले दिनों में आर्थिक अस्थिरता और ग्लोबल मार्केट की स्थिति को देखते हुए सोना निवेशकों की पहली पसंद बन सकता है।
2025 में सोने की अनुमानित कीमत
2025 के अंत तक सोने की कीमतें 70,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं, ऐसा विशेषज्ञों का अनुमान है। फिलहाल सोना 72,000 रुपये के स्तर पर पहुंचा था, और 2025 में भी इसमें तेजी की उम्मीद जताई जा रही है। यदि डॉलर कमजोर होता है और ब्याज दरें स्थिर रहती हैं तो सोना और महंगा हो सकता है। वहीं, अगर वैश्विक मार्केट में सुधार होता है और डॉलर मजबूत होता है तो इसमें कुछ गिरावट भी संभव है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे निवेश से पहले मार्केट पर नजर रखें और छोटे-छोटे निवेश करके सोना खरीदना शुरू करें।