Gold Rate

Gold Rate : जुलाई अगस्त में इतने हो जाएंगे 10 ग्राम गोल्ड के रेट

Gold Rate: अगर आप सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। क्योंकि जुलाई और अगस्त 2025 में सोने के दाम एक नया रिकॉर्ड बना सकते हैं। बीते कुछ महीनों से सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा गया है, लेकिन अब जो बाजार के संकेत मिल रहे हैं, वे ये बता रहे हैं कि आने वाले महीनों में सोने के भाव में जबरदस्त उछाल आ सकता है।

विशेष रूप से त्योहारों का मौसम करीब है, शादी-ब्याह का सीजन दोबारा लौटने वाला है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग लगातार बढ़ रही है। इन सभी कारणों से सोना महंगा हो सकता है और 10 ग्राम सोने की कीमत ₹78,000 से ₹80,000 तक पहुंच सकती है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार का सीधा असर

 

सोने के दामों पर सबसे ज्यादा असर अंतरराष्ट्रीय बाजार का पड़ता है। अमेरिका में ब्याज दरें स्थिर हैं लेकिन महंगाई दर के आंकड़े अभी भी चिंता में डालने वाले हैं। ऐसे में दुनियाभर के निवेशक अपना पैसा सुरक्षित साधनों में लगाना पसंद कर रहे हैं, और सोना इसमें सबसे सुरक्षित माना जाता है।

दूसरी तरफ, चीन की आर्थिक सुस्ती, यूरोप में मांग में बढ़ोतरी और कच्चे तेल की कीमतों में अस्थिरता के कारण सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में तेजी देखी जा रही है। भारतीय बाजार इन वैश्विक ट्रेंड्स से अलग नहीं है, इसलिए जुलाई और अगस्त में इसकी कीमतें और तेज हो सकती हैं।

घरेलू बाजार में मांग में बढ़ोतरी तय

भारतीय बाजार में जैसे ही सावन और भादो का महीना शुरू होता है, वैसे ही लोगों की शादी-ब्याह, पूजा-पाठ और तीज-त्योहार के लिए खरीदारी शुरू हो जाती है। यह वो समय होता है जब सोने की मांग सबसे ज्यादा होती है।

 

इस बार भी अनुमान यही लगाया जा रहा है कि जुलाई के अंत से लेकर अगस्त के तीसरे हफ्ते तक बाजार में सोने की मांग में जबरदस्त उछाल आएगा। ज्वेलर्स पहले से ही स्टॉक जमा कर रहे हैं ताकि अचानक डिमांड बढ़ने पर ग्राहकों को परेशानी न हो।

इन स्थितियों को देखते हुए आने वाले हफ्तों में रेट ₹78,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं, जो अभी ₹75,000–₹76,000 के आसपास चल रहे हैं।

रुपये की कमजोरी भी बनेगी वजह

डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया कमजोर हो रहा है। जब रुपया कमजोर होता है तो आयात महंगा होता है, और भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक देश है। इसलिए, सोने की लागत भी बढ़ जाती है, जो सीधे बाजार के रेट पर असर डालती है।

 

रिजर्व बैंक के पास सीमित विकल्प होते हैं और वे तुरंत हस्तक्षेप नहीं करते, खासकर तब जब वैश्विक स्तर पर डॉलर मजबूत हो रहा हो। इसका मतलब है कि अगर रुपया जुलाई-अगस्त में और गिरता है, तो सोने के दाम और तेज़ी से ऊपर जाएंगे।

निवेशकों और आम खरीदारों को क्या करना चाहिए

अगर आप निवेश की नजर से सोना खरीदना चाहते हैं, तो जुलाई से पहले खरीदारी करना बेहतर हो सकता है। क्योंकि रेट्स में जो उछाल आने वाला है, वो आपके इन्वेस्टमेंट को जल्दी मुनाफे में बदल सकता है।

 

वहीं जिन लोगों की शादी है या कोई धार्मिक आयोजन है, उनके लिए भी यह समय महंगा हो सकता है। अगर आप जुलाई-अगस्त तक इंतजार करते हैं, तो हो सकता है कि आपको ₹3,000–₹4,000 ज्यादा प्रति 10 ग्राम चुकाने पड़ें। ऐसे में जल्द खरीदना समझदारी का सौदा होगा।

👉 यह जानकारी जरूर शेयर करें ताकि सोना खरीदने की योजना बना रहे लोग सही समय पर फैसला ले सकें।

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