Gold Rate: सोने की बात हो और दाम में बदलाव न हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। लेकिन इस बार जो हुआ है, उसने हर किसी को चौंका दिया है। 3,000 रुपये की बड़ी गिरावट ने बाजार में हलचल मचा दी है। जो लोग पिछले कुछ हफ्तों से सोना खरीदने का मन बना रहे थे, उनके लिए अब सही मौका है। और जो पहले ही खरीद चुके हैं, उनके मन में थोड़ी चिंता भी है। दरअसल, पिछले दो महीने से जो सोना लगातार ऊंचे दाम पर बिक रहा था, उसमें अब अचानक सन्नाटा छा गया है।
कीमतों में आई ये गिरावट क्यों मायने रखती है
अब बात समझने वाली है कि सोने की कीमत में इतनी बड़ी गिरावट आई कैसे। इंटरनेशनल मार्केट में डॉलर की मज़बूती और फेडरल रिजर्व की संभावित नीतियों ने सोने पर दबाव बना दिया है। वहीं घरेलू बाजार में मांग थोड़ी धीमी हुई है, जिससे दाम नीचे आ गए हैं।
इसका असर सीधे 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के दाम पर पड़ा है। कई शहरों में कीमतों में 2,500 से 3,000 रुपये तक की गिरावट देखने को मिली है। दिल्ली, जयपुर, भोपाल और पटना जैसे शहरों में तो लोगों ने दुकान जाकर रेट तक चेक करना शुरू कर दिया है। जो लोग दाम बढ़ने के डर से खरीद नहीं पा रहे थे, अब उनके लिए थोड़ी राहत की बात है।
अब 2 महीने बाद कहां जा सकते हैं रेट
ये तो साफ है कि अभी जो गिरावट दिख रही है, वो स्थायी नहीं है। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले दो महीने में फिर से सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। खासकर त्योहारों का सीजन और शादी-ब्याह का वक्त आते ही सोने की डिमांड एक बार फिर बढ़ेगी।
जून-जुलाई के बीच अगर ग्लोबल इकॉनॉमी में सुधार होता है या क्रूड ऑयल की कीमतों में उछाल आता है, तो इसका असर गोल्ड रेट पर पड़ेगा। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगस्त के आसपास फिर से सोना 65,000 के पार जा सकता है। ऐसे में जो लोग निवेश के लिहाज से सोना लेना चाहते हैं, उनके लिए यही वक्त सही हो सकता है।
खरीदारी का सही मौका या अभी और इंतज़ार करें
अब सवाल ये उठता है कि क्या अभी सोना खरीदना सही रहेगा या थोड़ी और गिरावट का इंतज़ार करें। देखिए, बाजार कभी किसी के कहने से नहीं चलता। लेकिन जब 3,000 रुपये जैसी गिरावट देखने को मिलती है, तो ये मौका नजरअंदाज करना भी सही नहीं होता।
अगर आप जेवरात बनवाने के लिए सोना खरीदना चाह रहे हैं तो इससे अच्छा वक्त शायद न मिले। लेकिन अगर आप सिर्फ निवेश की सोच रहे हैं, तो थोड़ा रुककर बाज़ार की चाल समझ लेना ज़्यादा बेहतर होगा। आने वाले 15-20 दिन में कीमतें और भी नीचे जा सकती हैं, इसका अनुमान लगाया जा रहा है।
ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों में असर ज्यादा
जहां एक तरफ़ बड़े शहरों में लोग दाम देखकर थोड़ा सोचते हैं, वहीं छोटे शहरों और गांवों में सोने की कीमत सीधे खरीद पर असर डालती है। गांवों में अभी भी लोग सोने को संपत्ति मानते हैं। ऐसे में जब भी दाम गिरते हैं, तो सोने की दुकानों पर भीड़ लगने लगती है।
बिहार, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों के कस्बों में इस गिरावट के बाद अचानक सोने की बिक्री बढ़ी है। दुकानदार भी कह रहे हैं कि पिछले दो दिनों में ग्राहक पूछताछ ज़्यादा कर रहे हैं। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इस गिरावट ने आम आदमी तक भी सीधा असर डाला है।
सर्राफा बाज़ार में कैसी हलचल है
लोकल ज्वेलर्स भी इस गिरावट को लेकर सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने कई शहरों में ऑफर भी देना शुरू कर दिया है। कहीं मेकिंग चार्ज कम हो रहे हैं, तो कहीं पुराने सोने के बदले अच्छे दाम मिल रहे हैं। इस मौके को भुनाने के लिए ज्वेलर्स भी चाह रहे हैं कि लोग ज्यादा से ज्यादा खरीदारी करें। हालांकि कुछ दुकानदारों का कहना है कि ये गिरावट कुछ समय की है और अगले महीने फिर से भाव बढ़ सकते हैं, इसलिए खरीददारी में जल्दबाज़ी करना समझदारी होगी।