बहुत शातिर है जासूस ज्योति: हिसार से सामने आया एक चौंकाने वाला मामला अब पूरे देश की सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को जासूसी जैसे गंभीर मामले में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि ज्योति पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से संपर्क रखने और देश की गोपनीय जानकारी साझा करने के आरोप लगे हैं। पुलिस ने उसे शुक्रवार की रात न्यू अग्रसेन कॉलोनी एक्सटेंशन स्थित उसके घर से पकड़ा था और शनिवार को अदालत में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है।
सवालों की बौछार में गुमसुम रही ज्योति, नहीं दिया कोई जवाब
पुलिस द्वारा शनिवार से ही उससे पूछताछ की जा रही है, लेकिन उसने किसी सवाल का साफ जवाब नहीं दिया। रविवार को जब रिमांड का पहला दिन था, तो नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी (एनआईए) समेत कई अन्य जांच एजेंसियों ने भी उससे सिविल लाइन थाने में चार से पांच घंटे तक बातचीत की। बावजूद इसके, ज्योति ने ज्यादातर सवालों को अनसुना कर दिया। वह पाकिस्तान कब-कब गई, वहां किन-किन लोगों से मिली और कैसे दानिश नाम के पाकिस्तानी अधिकारी से उसकी जान-पहचान हुई – इन सब पर उसने चुप्पी साध ली।
कस्टडी में परेशान दिखी, न खाया न सोई, घुटनों में सिर छिपाए बैठी रही
ज्योति की हालत पुलिस कस्टडी में काफी बेचैन नजर आई। वह बार-बार अपने घुटनों में सिर छिपाए बैठी रहती है, जैसे कुछ सोच रही हो या डर में हो। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वह शनिवार रात बिल्कुल भी नहीं सोई और खाना भी ठीक से नहीं खाया। रविवार को जब एनआईए समेत विभिन्न जांच एजेंसियों ने पूछताछ की, तो वह जवाब देने से बचती रही। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि या तो वह मानसिक दबाव में है या फिर कुछ छिपा रही है। जांच एजेंसियों का मानना है कि वह कोई गोपनीय जानकारी छिपा रही है, जो बाद में सामने आ सकती है।
पाकिस्तान यात्रा और खर्चों पर दिया यह जवाब – ‘ये मेरा शौक है’
जब जांच एजेंसियों ने उससे यह पूछा कि वह पाकिस्तान क्यों गई थी, वहां किससे मिली, और यात्रा तथा रहने-खाने का खर्च कौन उठाता था, तो उसने सिर्फ एक ही बात कही – “मैं अपने चैनल के लिए वीडियो बनाती हूं, ये मेरा शौक है।” उसने यह भी बताया कि पाकिस्तान में जाने के लिए वीजा चाहिए था, इसीलिए वह पाकिस्तानी उच्चायोग गई थी, जहां उसकी मुलाकात दानिश नाम के व्यक्ति से हुई। इसके अलावा जब एजेंसियों ने पूछा कि पाकिस्तान में उसे प्रायोजित यात्राएं किसने दीं, तो उसने कहा कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को पाकिस्तानी उच्चायोग द्वारा आमंत्रित किया जाता रहा है।
कई अहम सवालों पर अब तक कोई जवाब नहीं, अभी भी जांच जारी
ज्योति से जब पूछा गया कि उसने पाकिस्तान में किन-किन से मुलाकात की, कितनी बार गई, वहां के किन अधिकारियों से संपर्क में रही, और कौन-कौन भारतीय लोग अभी भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में हैं – तो इन सभी सवालों पर वह एकदम शांत रही। उसने इनमें से किसी का भी कोई जवाब नहीं दिया। इसके अलावा जब उससे यह भी पूछा गया कि वह पाकिस्तान के किन और लोगों को जानती है या उनके संपर्क में है, तो वह कुछ भी नहीं बोली। इससे यह साफ है कि या तो वह सबकुछ छुपा रही है या फिर किसी बड़ी साजिश की कड़ी है।
न कोई मिलने आया, न किसी से बातचीत की इच्छा जताई
पुलिस के अनुसार, रविवार को पूरे दिन उसके घर से कोई भी उसे मिलने नहीं आया। वह खाना भी नहीं खा रही थी और बातचीत से पूरी तरह परहेज कर रही थी। पुलिस उसे बार-बार समझा रही है कि वह सच बताए ताकि जांच में मदद मिल सके, लेकिन उसने अब तक कोई सहयोग नहीं किया है।
पैसे और लोकप्रियता के लालच में फंसी विदेशी जाल में: एसएसपी का बयान
हिसार के एसएसपी शशांक कुमार सावन का कहना है कि पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई है कि ज्योति को किसी तरह का दबाव नहीं था। उसने खुद ही यह रास्ता चुना क्योंकि उसे सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स और लाइक पाने का लालच था। इसी चक्कर में वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के संपर्क में आ गई। जब उसे फ्री में विदेश यात्रा और रहना-खाना मिल रहा था, तो उसने यह सब करना शुरू कर दिया। एसएसपी के अनुसार, ज्योति कश्मीर के पहलगाम हमले से पहले वहां गई थी और उससे पहले पाकिस्तान की यात्रा भी कर चुकी थी। अब एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इन दोनों यात्राओं का कोई आपसी संबंध है या नहीं।
संवेदनशील क्षेत्र में रह रही थी, सुरक्षा के लिहाज से बड़ा खतरा
ज्योति हिसार के एक ऐसे क्षेत्र में रह रही थी, जिसे सुरक्षा एजेंसियों ने संवेदनशील घोषित किया हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह सिर्फ अकेले ही नहीं थी, बल्कि उसके संपर्क में कुछ और भारतीय भी हैं, जो इस पूरे मामले से जुड़े हो सकते हैं। एजेंसियां अब उन सभी की जांच कर रही हैं ताकि कोई और गड़बड़ी सामने आ सके। चूंकि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध बहुत ही संवेदनशील रहते हैं, इसलिए किसी भी सामान्य सी जानकारी का लीक होना भी देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।
निष्कर्ष: सोशल मीडिया का शौक या देशद्रोह की साजिश?
ज्योति मल्होत्रा का कहना है कि वह सिर्फ वीडियो बनाती है और यह उसका शौक है, लेकिन जिस तरह की जानकारियां सामने आ रही हैं, उससे यह मामला बेहद गंभीर होता जा रहा है। पुलिस और विभिन्न एजेंसियों की जांच जारी है और उम्मीद की जा रही है कि आगे आने वाले दिनों में इससे जुड़े और भी कई खुलासे होंगे। फिलहाल, देश की सुरक्षा से जुड़े इस संवेदनशील मामले में सभी की नजरें जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर टिकी हैं।