Maiya Samman Yojana 10th 11th Kist : जो भी महिलाएं “मईया सम्मान योजना” के तहत रजिस्टर्ड हैं, उनके लिए बड़ी और खुशखबरी सामने आई है। सरकार ने साफ कर दिया है कि अब 10वीं और 11वीं किस्त का पैसा एक साथ दिया जाएगा। दोनों किस्तों को मिलाकर 5000 रुपये की राशि हर लाभार्थी महिला के खाते में भेजी जाएगी। इस बार की खास बात ये है कि राशि सीधा DBT के जरिए दी जाएगी और इसमें किसी तरह की देरी की संभावना नहीं है।
गाँव-देहात से लेकर शहरों तक इस योजना को लेकर महिलाओं में जो उम्मीद और भरोसा है, वो अब और भी मजबूत हो रहा है। लंबे समय से इंतजार कर रही बहनों के लिए यह पैसा राहत लेकर आ रहा है, खासकर त्योहारों और बच्चों की स्कूल फीस जैसे जरूरी खर्चों के वक्त।
किस्तों की तारीख का ऐलान और प्रक्रिया
राज्य सरकार ने आधिकारिक रूप से ऐलान किया है कि मईया सम्मान योजना की 10वीं और 11वीं किस्त की राशि अगले महीने की 10 तारीख से सभी लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
राज्य सरकार की सामाजिक कल्याण विभाग की वेबसाइट पर जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि जिन महिलाओं ने योजना के तहत सही डॉक्यूमेंट जमा किए हैं और जिनका वेरिफिकेशन पूरा हो चुका है, उन्हें किसी भी तरह की चिंता नहीं करनी चाहिए। पैसे DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से सीधे खाते में जाएंगे और किसी को भी बैंक या पंचायत के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है।
योजना से कितनी महिलाओं को फायदा मिल रहा है
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस योजना से अब तक लगभग 1.25 करोड़ महिलाएं लाभ उठा चुकी हैं। इन महिलाओं में से अधिकतर वे हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आती हैं, जैसे विधवा, परित्यक्ता, एकल माँ, घरेलू कामगार और छोटे किसानों की पत्नियाँ।
इस योजना का मकसद सिर्फ आर्थिक मदद देना नहीं है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है। 10वीं और 11वीं किस्त मिलने से महिलाएं न केवल अपने खर्चों में सहूलियत महसूस करेंगी, बल्कि परिवार के लिए जरूरी निर्णय लेने में भी खुद को मजबूत पाएंगी।
राशि का उपयोग और योजनाओं से जुड़ाव
पिछली किस्तों की तरह इस बार भी सरकार ने साफ किया है कि महिलाओं को मिली राशि को वे अपनी जरूरत और प्राथमिकता के हिसाब से खर्च कर सकती हैं। चाहे बच्चों की फीस हो, गैस सिलेंडर, राशन, या कोई छोटी-मोटी घरेलू जरूरत, इस पैसे से महिलाओं को सीधा फायदा मिलेगा।
साथ ही सरकार उन महिलाओं को आगे दूसरी योजनाओं से भी जोड़ने की कोशिश कर रही है, जैसे स्वरोजगार, महिला उद्यमिता प्रशिक्षण, स्वास्थ्य बीमा और शिक्षा सहायता। योजना को एक माध्यम बनाया जा रहा है जिससे महिलाएं सिर्फ पैसा ना लें, बल्कि भविष्य के लिए कुछ बड़ा भी सोच सकें।
भविष्य की किस्तों को लेकर तैयारी
राज्य सरकार की योजना है कि मईया सम्मान योजना को 2025 के अंत तक और मजबूत बनाया जाए और सभी योग्य महिलाओं को इस योजना के तहत नियमित भुगतान मिलता रहे। अब यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर तीन महीने पर राशि ट्रांसफर की जाए और किसी भी तकनीकी बाधा को दूर किया जाए।
इसके लिए पंचायत स्तर से लेकर जिला और राज्य स्तर तक मॉनिटरिंग तंत्र को और कड़ा किया गया है। जिन महिलाओं के खाते में अब तक कोई किस्त नहीं आई, उनके आवेदन की समीक्षा की जा रही है ताकि अगली किश्त में उन्हें भी जोड़ा जा सके।
Disclaimer):
यह लेख सार्वजनिक स्रोतों और सरकारी वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है।
पाठकों से अनुरोध है कि योजना से जुड़ी अंतिम पुष्टि के लिए आधिकारिक पोर्टल जरूर चेक करें।
यह किसी प्रकार की सरकारी घोषणा का विकल्प नहीं है।