Personal Loan

Personal Loan: 9 लाख के पर्सनल लोन पर महीने की कितनी बनेगी EMI, चेक कर लें नई ब्याज दरें

Personal Loan: आज के समय में पर्सनल लोन जल्दी कैश की जरूरत को पूरा करने का एक आसान विकल्प बन गया है। अगर आप 9 लाख रुपये का पर्सनल लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो यह जरूरी है कि आप ब्याज दर और EMI कैलकुलेशन को समझ लें। नई ब्याज दरों के साथ आपके मासिक बजट की सही प्लानिंग करना आपके फाइनेंशियल मैनेजमेंट के लिए फायदेमंद रहेगा।

बैंकों और NBFC की ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं, इसलिए लोन लेने से पहले विभिन्न बैंकों की दरों की तुलना करना सही रहेगा। इससे आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है और आपकी EMI भी कम बनेगी।

9 लाख रुपये के पर्सनल लोन पर ब्याज दरें

वर्तमान में SBI, HDFC, ICICI और अन्य बैंकों की पर्सनल लोन ब्याज दरें 10.50% से लेकर 17% तक चल रही हैं। ब्याज दरें आपके सिबिल स्कोर, आय, नौकरी की स्थिरता और बैंक पॉलिसी पर निर्भर करती हैं। अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से ऊपर है तो बैंक कम ब्याज दर पर लोन देने में प्राथमिकता देते हैं।

उदाहरण के लिए, यदि आपको 11% की ब्याज दर पर 5 साल के लिए 9 लाख का लोन मिलता है, तो आपकी EMI करीब 19,531 रुपये प्रति माह होगी। अगर ब्याज दर 14% होती है तो EMI करीब 20,982 रुपये तक बढ़ सकती है।

EMI कैलकुलेशन का तरीका

EMI कैलकुलेट करने के लिए आप ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको लोन राशि, ब्याज दर और लोन की अवधि डालनी होती है। इससे आपको पहले से ही यह पता चल जाता है कि कितनी EMI बनेगी और अपने खर्च को किस प्रकार मैनेज करना है।

इससे आपको लोन लेने से पहले पूरी स्पष्टता रहती है और आप बिना किसी वित्तीय दबाव के अपनी EMI भर सकते हैं। EMI समय पर भरने से आपका क्रेडिट स्कोर भी अच्छा बना रहता है।

लोन लेने से पहले जरूरी बातें

लोन लेने से पहले यह जांचें कि बैंक कोई प्रोसेसिंग फीस तो नहीं ले रहा है और उसमें GST जोड़कर कितना चार्ज बन रहा है। इसके अलावा, लोन की प्री-क्लोजर पॉलिसी भी जरूर पढ़ें ताकि अगर भविष्य में आपके पास पैसे आ जाएं तो लोन समय से पहले बंद कर सकें।

इससे ब्याज में बचत होगी और आपका लोन बोझ कम होगा। हमेशा कोशिश करें कि आप अपनी क्षमता के अनुसार ही EMI सेट करें ताकि अन्य खर्च प्रभावित न हों।

लोन चुकाने के फायदे और जिम्मेदारियां

पर्सनल लोन की EMI समय पर चुकाने से आपका सिबिल स्कोर बढ़ता है और भविष्य में लोन लेने में आसानी होती है। समय पर भुगतान से आप पेनल्टी और ब्याज के अतिरिक्त बोझ से बच सकते हैं।

यदि आप समय पर EMI नहीं चुकाते हैं तो ब्याज और पेनल्टी के साथ आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है। इससे भविष्य में आपके लोन अप्रूवल में मुश्किल आ सकती है।

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