Prime Minister’s Fellowship Research scheme: भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत कार्यरत Science and Engineering Research Board (SERB) द्वारा शुरू की गई “प्रधानमंत्री फेलोशिप फॉर डॉक्टोरल रिसर्च” योजना, देश के उन होनहार और उद्योग-उन्मुख पीएचडी शोधार्थियों के लिए एक शानदार अवसर है, जो विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग, कृषि या चिकित्सा के क्षेत्र में उद्योग से जुड़ी समस्या पर शोध कर रहे हैं। इस योजना का उद्देश्य भारत में अनुसंधान और उद्योग के बीच मजबूत साझेदारी बनाना है।
योजना का उद्देश्य (Aim)
- उभरते हुए प्रतिभाशाली पीएचडी छात्रों को उद्योग से जुड़ी समस्याओं पर शोध के लिए प्रेरित करना।
- अकादमिक संस्थानों और उद्योगों के बीच अनुसंधान साझेदारी को प्रोत्साहित करना।
- ऐसे शोध कार्यों को बढ़ावा देना जिनका सीधा उपयोग उद्योग और अर्थव्यवस्था में हो सके।
- योजना की मुख्य विशेषताएं (Key Features)
- हर साल अधिकतम 100 छात्रों को प्रधानमंत्री फेलोशिप दी जाती है।
- चयनित छात्रों को JRF/SRF से दोगुनी राशि स्कॉलरशिप के रूप में मिलती है।
- यह स्कॉलरशिप अधिकतम 4 वर्षों तक मिलती है।
- स्कॉलरशिप की आधी राशि सरकार देती है और आधी राशि उद्योग सहयोगी कंपनी द्वारा दी जाती है।
- हर फेलो को इंडस्ट्री और एकेडमिक दोनों के मार्गदर्शन में काम करने का मौका मिलता है।
- चयनित छात्र को उद्योग के साथ सहयोग करना होता है और समय-समय पर फील्ड या इंडस्ट्री में काम भी करना पड़ता है।
पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
प्रधानमंत्री फेलोशिप योजना के लिए आवेदन करने वाला व्यक्ति एक भारतीय नागरिक होना चाहिए और किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में पूर्णकालिक पीएचडी कर रहा हो। आवेदन जमा करते समय पीएचडी में प्रवेश लिए हुए 14 महीने से अधिक नहीं हुए होने चाहिए। इसके अलावा, आवेदक को ऐसे विषय पर शोध करना चाहिए जो इंडस्ट्री से संबंधित हो और उसका प्रयोगात्मक महत्व हो।
इस योजना में भाग लेने के लिए आवेदक के पास एक उद्योगिक भागीदार कंपनी होना अनिवार्य है, जो शोध कार्य में वित्तीय सहयोग देने के साथ-साथ मेंटॉरशिप भी प्रदान कर सके। चयनित स्कॉलर को फेलोशिप अवधि के दौरान किसी अन्य स्कॉलरशिप का लाभ नहीं लेना चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया (Application Process)
- छात्र को सबसे पहले पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा:
- कॉल फॉर प्रपोज़ल और डॉक्युमेंट चेकलिस्ट डाउनलोड करें।
- किसी कंपनी से टाई-अप कर आवश्यक अंडरटेकिंग्स साइन कराएं।
- सभी डॉक्यूमेंट्स को स्कैन कर डिजिटल कॉपी बनाएं।
- ऑनलाइन फॉर्म भरें और सबमिट करें।
- कोई भी हार्ड कॉपी CII/FICCI को नहीं भेजनी है।
चयन मापदंड (Selection Parameters)
- शोध प्रोजेक्ट उद्योग के दृष्टिकोण से उपयोगी और नवाचारयुक्त होना चाहिए।
- प्रोजेक्ट में उच्च वैज्ञानिक गुणवत्ता और आवेदन क्षमता होनी चाहिए।
- आवेदक, उसके एकेडमिक गाइड और इंडस्ट्री मेंटर का रिकॉर्ड मजबूत होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज़ (Required Documents)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पीएचडी एनरोलमेंट और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
- 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन मार्कशीट
- अन्य डिग्री/डिप्लोमा प्रमाण पत्र (यदि कोई हो)
- होस्ट संस्थान की प्रोफाइल
- पीएचडी सुपरवाइज़र का बायोडाटा (3 पेज तक)
- इंडस्ट्री पार्टनर कंपनी की प्रोफाइल
- इंडस्ट्री मेंटर का बायोडाटा (3 पेज तक)
- रिसर्च सुपरवाइज़र और हेड ऑफ इंस्टिट्यूट द्वारा साइन अंडरटेकिंग
- इंडस्ट्री पार्टनर का रिसर्च प्रॉब्लम और योजना पर लैटर
- रिसर्च सिनॉप्सिस और अब तक के पब्लिकेशन
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री फेलोशिप फॉर डॉक्टोरल रिसर्च योजना न केवल छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उन्हें उद्योग से जुड़ने और वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने का अनुभव भी देती है। यह योजना एक ऐसा मंच है, जो भारतीय युवाओं को ग्लोबल R&D के स्तर तक पहुंचने में मदद करता है। अगर आप भी पीएचडी में हैं और इंडस्ट्री से जुड़ा कुछ नया करना चाहते हैं, तो यह अवसर आपके लिए ही है।