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SBI ने फिर घटाईं FD की ब्याज दरें, अब कौन सी FD पर मिलेगा सबसे अधिक फायदा: SBI FD

SBI FD: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एक बार फिर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में कटौती कर दी है। यह बदलाव खासतौर पर उन लोगों के लिए मायने रखता है जो लंबे समय से अपनी बचत को FD में निवेश करते हैं, खासकर वरिष्ठ नागरिक। अब बैंक द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को पहले जितना आकर्षक रिटर्न नहीं मिलेगा।

SBI ने अपनी नई ब्याज दरों में 0.50% तक की कटौती की है, जो 15 जून 2025 से लागू हो गई हैं। इससे पहले तक कुछ FD योजनाओं में 7.50% तक ब्याज मिल रहा था, लेकिन अब यह घटकर 7% या उससे भी कम हो गया है।

नई ब्याज दरें और उनकी अवधि

SBI द्वारा संशोधित ब्याज दरें विभिन्न FD अवधियों पर लागू की गई हैं। 180 दिनों से 210 दिनों की FD पर अब 5.75% ब्याज मिलेगा, जो पहले 6% था। वहीं, 1 साल से कम अवधि की FD पर भी ब्याज में 0.25% तक की कटौती की गई है।

1 से 2 साल की FD पर अब सिर्फ 6.8% ब्याज मिलेगा। वहीं, 2 से 3 साल की FD पर यह घटकर 6.75% हो गया है। वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त 0.50% ब्याज का लाभ तो मिलेगा, लेकिन नई दरें पहले से कम ही हैं।

SBI अमृत कलश FD योजना की स्थिति

SBI की लोकप्रिय अमृत कलश FD योजना को लेकर भी अपडेट आया है। पहले इस FD पर 7.10% तक का ब्याज मिलता था, जिसे अब घटाकर 7% कर दिया गया है। इस FD योजना की अवधि 400 दिन है और यह सीमित समय के लिए है।

हालांकि यह स्कीम अभी भी बाजार में उपलब्ध है, लेकिन ब्याज दर में कटौती से इसका आकर्षण थोड़ा कम हो गया है। जो लोग इस स्कीम में निवेश करने की सोच रहे हैं, उन्हें नई ब्याज दरों को ध्यान में रखकर निर्णय लेना चाहिए।

निवेशकों को लेने होंगे सोच-समझकर फैसले

ब्याज दरों में बार-बार कटौती निवेशकों के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है। ऐसे में FD में निवेश करने वालों को अब रिटर्न को लेकर सावधानी बरतनी होगी। SBI देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है, और इसकी दरों का सीधा असर बाकी बैंकों की नीतियों पर भी पड़ता है। निवेशकों को अब वैकल्पिक योजनाओं जैसे म्यूचुअल फंड या सरकारी बॉन्ड की ओर भी ध्यान देना चाहिए।

ब्याज दरों में बदलाव का कारण

ब्याज दरों में यह बदलाव RBI की मौद्रिक नीति के आधार पर हुआ है। जब भी महंगाई को नियंत्रित करने के लिए रेपो रेट स्थिर या कम होता है, तो बैंक अपनी जमाओं पर मिलने वाले ब्याज को घटा देते हैं। SBI की यह नई दरें दिखाती हैं कि निकट भविष्य में और भी कटौती संभव है। ऐसे में ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वो छोटी अवधि की FD चुनें और ब्याज दरों में बदलाव पर नजर रखें।

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