FD: जिसने भी बुढ़ापे के लिए FD कर रखी थी, उसे अब ये खबर सुनकर थोड़ी परेशानी हो सकती है। SBI यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में जमा करने वाले लोगों को एक तरह से झटका दिया है। खासकर वे सीनियर सिटीजन, जिन्होंने रिटायरमेंट के बाद कुछ पैसे जमा कर रखें थे, अब उन्हें पहले जितना ब्याज नहीं मिलेगा।
अब सोचिए, जब कोई बुज़ुर्ग हर महीने अपनी FD से थोड़ा-थोड़ा निकालकर गुज़ारा करता है, उसे ये खबर क्या महसूस कराएगी? SBI ने ब्याज दरें थोड़ी कम कर दी हैं, और इसका सीधा असर उन पर पड़ेगा जिन्होंने उम्मीद लगाई थी कि हर महीने एक तय रकम आएगी। चलिए अब डिटेल में बताते हैं कि क्या बदला है और इसका मतलब क्या है।
SBI ने क्या बदलाव किया है FD पर
SBI ने अपने नए रेट कार्ड के हिसाब से FD की ब्याज दरों में कटौती की है। अब जो सीनियर सिटीजन पहले 7.50% तक ब्याज पा रहे थे, उन्हें कुछ स्कीम्स में अब 7.25% या उससे भी कम ब्याज मिलेगा। ये बदलाव खासतौर पर उन FDs पर असर डालता है जो 5 साल या उससे ज्यादा समय की होती हैं।
मतलब ये कि अगर आपने लंबे समय के लिए FD कर रखी है, तो अब आपको उतना ब्याज नहीं मिलेगा जितना आप पहले प्लान कर रहे थे। SBI की ये दरें अचानक नहीं बदलीं, पर धीरे-धीरे करके ब्याज घटाया गया है, और अब वो नई दरें लागू हो गई हैं।
सीनियर सिटीजन पर पड़ेगा सबसे ज़्यादा असर
जो लोग 60 साल की उम्र पार कर चुके हैं और जिनका इनकम सोर्स सिर्फ ब्याज ही है, उनके लिए ये बदलाव थोड़ा भारी है। ऐसे लोगों के लिए SBI की FD एक भरोसे की तरह होती है – हर महीने एक तय रकम मिलेगी, जिससे दवाई, राशन, बिजली का बिल सब कुछ चलेगा।
अब ब्याज थोड़ा कम हो गया है, तो सीधा असर उनकी जेब पर पड़ेगा। कई लोगों ने तो सुकन्या योजना या पीएफ जैसी स्कीम्स से पैसा निकालकर FD में डाला था कि यहां ज्यादा मिलेगा, लेकिन अब स्थिति थोड़ी अलग हो गई है। इसलिए लोगों को अब अपनी इनकम प्लानिंग फिर से देखनी पड़ेगी।
क्यों घटा बैंक ने ब्याज?
दरअसल, रिजर्व बैंक जब रेपो रेट में बदलाव नहीं करता या फिर मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ जाती है, तो बैंक अपनी ज़रूरत के हिसाब से ब्याज दरें घटा देते हैं। SBI एक सरकारी बैंक है, और इसका फोकस भी ज़्यादा स्टेबल ग्रोथ पर होता है, तो वह अचानक बहुत ज्यादा रिटर्न नहीं देता।
बैंक की तरफ से बताया गया है कि यह कदम मार्केट कंडीशन के हिसाब से उठाया गया है। पर इसका मतलब ये भी है कि अब FD से बहुत ज्यादा कमाई नहीं हो पाएगी। जो लोग सोचते हैं कि FD सबसे सेफ और फायदेमंद है, उन्हें भी अब दूसरे ऑप्शन पर नज़र डालनी पड़ सकती है।
अब क्या करें जो FD करने की सोच रहे हैं?
अगर आपने अभी तक FD नहीं की है और करने की सोच रहे हैं, तो पहले SBI की वेबसाइट या नजदीकी ब्रांच से एक बार नई ब्याज दरें जरूर चेक कर लें। इसके अलावा ये भी सोचिए कि कितने समय के लिए FD करनी है और कितना ब्याज आपको चाहिए।
सीनियर सिटीजन के लिए अब कुछ प्राइवेट बैंक्स भी FD पर बेहतर रेट दे रहे हैं। साथ ही, पोस्ट ऑफिस की कुछ स्कीम्स में भी ब्याज अच्छा मिल रहा है। मतलब ये कि अब आंख बंद करके सिर्फ SBI पर भरोसा करना थोड़ा मुश्किल हो गया है। थोड़ा रिसर्च करिए, तभी सही फैसला हो पाएगा।
SBI का FD ब्याज घटाना बहुत से लोगों के लिए एक झटका है, खासकर सीनियर सिटीजन के लिए। जो लोग अपनी फाइनेंशियल सेफ्टी FD में समझते थे, उन्हें अब दोबारा से अपनी इनकम को रीप्लान करना पड़ेगा। हालांकि SBI भरोसेमंद बैंक है, लेकिन ब्याज दरों में कटौती से यह साफ है कि अब सिर्फ FD पर निर्भर रहना फायदे का सौदा नहीं रह गया।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। कृपया फाइनेंशियल निर्णय लेने से पहले अपने बैंक या वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें। ब्याज दरें समय-समय पर बदल सकती हैं।