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Bank FD: सीनियर सिटीजन की लगी लॉटरी, इन बैंकों ने FD पर दिया अब तक का सबसे ज्यादा ब्याज

Bank FD: सीनियर सिटीजन के लिए यह वक्त बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है क्योंकि देश के कई नामी बैंक उनकी बचत पर जबरदस्त ब्याज देने की घोषणा कर चुके हैं। ऐसे समय में जब महंगाई तेजी से बढ़ रही है, बुजुर्गों के लिए निश्चित आय का साधन बेहद जरूरी हो गया है। बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) ही ऐसा विकल्प है जो न केवल सुरक्षित है, बल्कि एक निश्चित रिटर्न भी देता है। हाल ही में छह प्रमुख बैंकों ने सीनियर सिटीजन के लिए FD पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं, जिससे यह वर्ग राहत की सांस ले रहा है। यह बढ़ी हुई दरें बुजुर्गों के लिए किसी लॉटरी से कम नहीं हैं।

बढ़े हुए ब्याज दरों का फायदा सीनियर सिटीजन को कैसे मिल रहा है

सीनियर सिटीजन के लिए एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरें सामान्य ग्राहकों की तुलना में अधिक होती हैं। बैंक इन्हें अतिरिक्त ब्याज देते हैं क्योंकि यह वर्ग स्थिरता के लिहाज से ज्यादा विश्वसनीय माना जाता है। अब जिन बैंकों ने ब्याज दरों में इज़ाफ़ा किया है, उनमें HDFC Bank, SBI, ICICI Bank, PNB, Axis Bank और Bank of Baroda प्रमुख हैं।

 

ये बैंक 7.50% से लेकर 8.25% तक की ब्याज दर दे रहे हैं, जो पहले की दरों की तुलना में काफी अधिक है। सीनियर सिटीजन के लिए यह बढ़ोतरी न सिर्फ़ एक बेहतर आय का माध्यम बन रही है, बल्कि उनकी वित्तीय सुरक्षा को भी मज़बूत कर रही है।

बैंकों द्वारा घोषित नई ब्याज दरें क्या कहती हैं

वर्तमान में देश के छह प्रमुख बैंक सीनियर सिटीजन को अलग-अलग अवधि के लिए विशेष ब्याज दरें ऑफर कर रहे हैं। HDFC Bank एक साल की FD पर बुजुर्गों को 7.75% तक ब्याज दे रहा है, वहीं SBI की स्पेशल स्कीम ‘SBI Wecare’ के तहत यह दर 7.90% तक जा रही है। ICICI Bank और Axis Bank भी क्रमशः 7.80% और 8.00% तक ब्याज दे रहे हैं। वहीं PNB और Bank of Baroda ने 600 दिन और 666 दिन की स्पेशल FD योजना शुरू की है, जिसमें 8.05% तक की दर मिल रही है। इन ब्याज दरों का लाभ उठाने के लिए बुजुर्गों को बैंक की शाखा या ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करना होगा।

 

एफडी में निवेश क्यों बनता है भरोसेमंद विकल्प

सीनियर सिटीजन के लिए FD निवेश का सबसे सुरक्षित और स्थायी साधन माना जाता है। इसका कारण यह है कि इसमें बाज़ार जोखिम नहीं होता और रिटर्न तय होता है। इसके साथ ही टैक्स में छूट की सुविधा और समय पर ब्याज भुगतान बुजुर्गों को मानसिक शांति देता है। रिटायरमेंट के बाद जब नियमित आय बंद हो जाती है, तब FD जैसे विकल्प उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाए रखते हैं। आज जब बैंकों ने ब्याज दरें बढ़ाई हैं, तो यह न केवल सीनियर सिटीजन की बचत को अधिक मूल्य देता है, बल्कि उन्हें महंगाई से लड़ने में भी मदद करता है।

FD पर टैक्सेशन और ब्याज भुगतान की प्रक्रिया

सीनियर सिटीजन के लिए FD पर मिलने वाला ब्याज टैक्स के दायरे में आता है, लेकिन अगर वार्षिक ब्याज ₹50,000 से कम हो, तो TDS नहीं कटता। इसके लिए बैंक में फॉर्म 15H जमा करना जरूरी होता है। अधिक ब्याज मिलने की स्थिति में निवेशक को अपनी आय के अनुसार टैक्स चुकाना होता है। वहीं ब्याज का भुगतान मासिक, त्रैमासिक, छमाही या वार्षिक आधार पर लिया जा सकता है। अधिकतर बुजुर्ग मासिक या त्रैमासिक भुगतान को पसंद करते हैं, क्योंकि इससे उन्हें नियमित खर्चों को चलाने में मदद मिलती है।

 

निवेश से पहले किन बातों का रखें ध्यान

FD में निवेश करते समय बुजुर्गों को कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि FD की अवधि, ब्याज दर, बैंक की विश्वसनीयता और TDS की स्थिति। इसके अलावा यह देखना भी जरूरी है कि ब्याज दर फिक्स्ड है या फ्लोटिंग। कुछ बैंक स्पेशल टेन्योर के लिए ही ज्यादा ब्याज देते हैं, इसलिए निवेश करने से पहले पूरी जानकारी लेना जरूरी है। डिजिटल युग में अब FD खोलना और उसका मैनेजमेंट बहुत ही आसान हो गया है। यदि आप किसी विश्वसनीय बैंक में निवेश करते हैं, तो आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है।

सीनियर सिटीजन के लिए यह समय FD निवेश के लिहाज़ से काफी अनुकूल है। छह बड़े बैंकों द्वारा दी जा रही बढ़ी हुई ब्याज दरें बुजुर्गों के लिए आर्थिक राहत का काम कर रही हैं। यह दरें न सिर्फ़ उनके निवेश को सुरक्षित बनाती हैं, बल्कि उन्हें एक स्थायी आय भी प्रदान करती हैं। ऐसे में यदि आप या आपके परिवार में कोई वरिष्ठ नागरिक हैं, तो यह सही समय है जब FD में निवेश कर लाभ उठाया जा सकता है। निवेश से पहले बैंक से जुड़ी सभी शर्तों और ब्याज दरों को अच्छी तरह समझना बेहद जरूरी है।

Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। निवेश से पहले संबंधित बैंक की वेबसाइट या शाखा से जानकारी की पुष्टि अवश्य करें। यह लेख किसी भी बैंक या योजना का प्रचार नहीं करता।

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