Vehicle Owner Detail Check: अब जमाना है डिजिटल इंडिया का और ऐसे में हर चीज़ अब मोबाइल या कंप्यूटर से चुटकियों में हो रही है। पहले जब हमें किसी गाड़ी के मालिक की जानकारी चाहिए होती थी, तो RTO के चक्कर लगाने पड़ते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। सिर्फ गाड़ी का नंबर प्लेट देखकर आप उसके मालिक की पूरी जानकारी ऑनलाइन निकाल सकते हैं – और वो भी बिना एक पैसा खर्च किए।
मान लीजिए किसी एक्सिडेंट या गलत पार्किंग में आपको सामने वाली गाड़ी की जानकारी लेनी है, या फिर आप कोई सेकंड हैंड गाड़ी खरीदना चाहते हैं और जानना चाहते हैं कि असली मालिक कौन है, तो यह तरीका आपके लिए एकदम सही है।
सरकारी पोर्टल से मिलती है सही जानकारी
भारत सरकार ने वाहन से जुड़ी सारी जानकारी एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ला दी है जिसे कहते हैं Vahan Portal। इसके जरिए आप देशभर में रजिस्टर्ड गाड़ियों की डिटेल्स देख सकते हैं।
यह पोर्टल MoRTH यानी Ministry of Road Transport and Highways द्वारा संचालित होता है और इसके डेटा सीधे RTO से जुड़े होते हैं। इसमें गाड़ी का नंबर डालते ही आपको पता चल जाता है कि उसका मालिक कौन है, रजिस्ट्रेशन कब हुआ, इंश्योरेंस कब तक वैलिड है और गाड़ी कितनी पुरानी है।
गूगल ऐप से भी तुरंत मिलती है जानकारी
सरकार ने इस सुविधा को और आसान बनाने के लिए एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है – mParivahan App। इसे आप Google Play Store या iPhone के App Store से फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं।
ऐप को ओपन करके आपको सिर्फ गाड़ी का नंबर डालना होता है और स्क्रीन पर तुरंत मालिक की जानकारी दिख जाती है। इसमें गाड़ी का मॉडल, फ्यूल टाइप, फिटनेस वैलिडिटी, इंश्योरेंस स्टेटस जैसी जानकारी भी मिलती है। यह ऐप खासतौर पर ट्रैफिक पुलिस, गाड़ी खरीदने वालों और एक्सीडेंट केस में जांच कर रहे लोगों के लिए बहुत काम का है।
कब-कब जरूरी होता है ये चेक करना
कई बार ऐसा होता है कि आपके घर के सामने कोई अंजान गाड़ी घंटों खड़ी रहती है और आपको शक होता है। ऐसे में आप गाड़ी का नंबर लेकर mParivahan या Vahan पोर्टल पर उसकी डिटेल देख सकते हैं।
इसी तरह अगर आप सेकंड हैंड कार या बाइक खरीदने जा रहे हैं, तो उससे पहले गाड़ी की मालिकाना स्थिति जरूर चेक करें। इससे आपको पता चल जाएगा कि गाड़ी चोरी की तो नहीं, कितनी बार बेची गई है और उस पर कोई कानूनी मामला तो नहीं चल रहा।
इसके अलावा रोड पर कोई एक्सीडेंट हो गया हो और सामने वाली गाड़ी भाग गई हो, तो नंबर नोट कर लें और बाद में उसके आधार पर पुलिस रिपोर्ट में मदद के लिए उसका मालिक कौन है ये जान सकते हैं।
क्या-क्या जानकारी मिलती है ऑनलाइन
जब आप किसी गाड़ी का नंबर Vahan पोर्टल या mParivahan ऐप में डालते हैं, तो जो जानकारी आपको मिलती है, वो इस प्रकार होती है:
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वाहन मालिक का नाम
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वाहन की कंपनी और मॉडल
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गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर और RTO
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इंश्योरेंस की वैधता
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फ्यूल टाइप (पेट्रोल, डीजल, इलेक्ट्रिक)
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फिटनेस वैलिडिटी
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चेसिस और इंजन नंबर (आंशिक रूप से)
हालांकि गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए पूरी डिटेल जैसे मोबाइल नंबर या पता नहीं दिखाया जाता। लेकिन जो जानकारी मिलती है, वो काफी होती है यह जानने के लिए कि गाड़ी सही है या नहीं।
सरकार की सोच: ट्रांसपेरेंसी और डिजिटल सुविधा
सरकार का मकसद है कि हर आम आदमी को RTO से जुड़ी जानकारी बैठे-बैठे मोबाइल पर मिल जाए। इससे बिचौलियों और फर्जीवाड़े पर भी लगाम लगेगी।
पहले लोग नकली दस्तावेज बनाकर गाड़ी बेच देते थे, लेकिन अब जब हर जानकारी एक क्लिक में मिल रही है, तो धोखाधड़ी की गुंजाइश कम हो गई है। mParivahan जैसे ऐप ने सरकारी सेवाओं को आसान और तेज बना दिया है, जिससे अब गाड़ी खरीदना या उसकी जांच करना बिल्कुल सरल हो गया है।